दमोह जिले के हटा ब्लॉक में आने वाले भटिया ग्राम पंचायत की कुटरी गांव में सोमवार दोपहर एक निर्दयी मां तालाब किनारे नवजात बच्ची को फेंककर चली गई। नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनकर गांव के गोलू मिश्रा जब वहां पहुंचे तो नवजात कपड़े में बंधी मिली। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और बच्ची को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। नवरात्र के दिनों में जहां लोग कन्या पूजन करते हैं वहीं एक बेरहम मां अपने बच्ची को कचरे के ढेर में फेंक गई।
नवजात को सुरक्षित बचाने वाले गोलू मिश्रा ने बताया कि तालाब किनारे कुछ लोग गए थे, जिन्होंने बच्ची के रोने की आवाज सुनी थी। उसके बाद हम लोग वहां पहुंचे। कोटवार को भी बुलाया और हटा पुलिस को खबर कर दी। कुछ देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद शिशु को भटिया के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। उसके बाद उसे हटा अस्पताल और फिर वहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया।
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जानकारी के अनुसार फिलहाल मासूम नवजात जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती है। डॉक्टर का कहना है कि उसकी हालत सामान्य है। हटा पुलिस ने मामला दर्ज किया है और नवजात शिशु को किसने फेंका इसकी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण तालाब के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी नहीं हैं, इसलिए पुलिस को इस बात की जानकारी जुटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पुलिस ने गांव के लोगों से भी संपर्क किया है, ताकि यह पता चल सके कि आखिरकार किसने नवजात को तालाब किनारे फेंका है।
बच्ची को गोद लेने जताई इच्छा
हटा निवासी गोलू मिश्रा अपनी पत्नी सुषमा के साथ भटिया उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां उन्होंने सभी के समक्ष बेटी को गोद लेने की इच्छा जाहिर की। पुलिस ने आवश्यक पंचनामा कार्रवाई कर बच्ची को निःसंतान दंपती के सुपुर्द कर दिया। बेटी को गोद लेने के बाद सुषमा ने कहा कि यह मां का आशीर्वाद है, जो नवरात्र पर हमें एक बेटी मिली। इसके पालन पोषण में कोई कमी नहीं की जाएगी।