दमोह जिले के हटा में खाद की किल्लत से परेशान किसानों ने सोमवार सुबह हटा बटियागढ़ मार्ग पर जाम लगा दिया है। सोमवार सुबह करीब 9 बजे किसानों ने सड़क पर प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन के अधिकारी किसानों को मनाने का प्रयास करते रहे, लेकिन किसानों की केवल एक ही मांग थी कि खाद चाहिए, नहीं तो नहीं हटेंगे। इसके बाद तहसीलदार पहुंचे और उन्होंने किसानों को चार दिन बाद खाद देने का आश्वासन दिया। तब किसान माने और जाम खोला गया।
कांटी गांव के संतोष प्रजापति का कहना है कि 15 दिन पहले टोकन मिला, लेकिन खाद नहीं मिली। रोज खाद लेने आ रहे हैं। तीन बोरी खाद भी मिल जाए तो हमारा काम हो जाएगा, लेकिन वह भी नहीं मिल रही। एक किसान ने कहा कि हम आतंकवादी नहीं है खाद के लिए विरोध कर रहे हैं। प्रशासन को नगर की दुकानों में जांच कार्रवाई करनी चाहिए, जहां ब्लैक में खाद बेचा जाता है।
दसोंदा गांव से आई महिला किसान क्रांतिभाई भी किसानों में शामिल थी। उन्होंने कहा की खेत की मिट्टी सूखने लगी अगर मिट्टी कड़ी हो गई तो उनके यहां पानी की सिंचाई की व्यवस्था नहीं है, इसलिए उन्हें खाद आज ही चाहिए। महिला किसान ने कहा कि पांच मिनट का जाम क्या लगाया पुलिस मौके पर आ गई, क्या इसी तरह ठेले में खाद नहीं आ सकती। हम अपने बच्चे छोड़कर यहां आए हैं, खाद मिल जाए तो हम अपने घर चले जाएंगे। अब आश्वासन नहीं केवल खाद चाहिए। मौके पर पहुंचे तहसीलदार आलोक जैन ने किसानों को बताया कि 17 अक्तूबर को खाद मिल जाएगा, लेकिन किसानों का कहना है कि आश्वासन नहीं केवल खाद चाहिए। तहसीलदार आलोक जैन ने किसानों से कहा कि वह बताएं किस दुकान में सरकारी खाद मौजूद है, वहां अभी कार्रवाई की जाएगी।
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हटा टीआई धर्मेंद्र उपाध्याय भी मौके पर पहुंच गए लोगों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे। इस जाम में एक एंबुलेंस भी फस गई, लेकिन किसानों ने मानवता दिखाते हुए एंबुलेंस को रास्ता दे दिया, लेकिन बाकी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद रही। जिससे इस मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग चुकी थी। तहसीलदार जैन ने कहा 17 अक्टूबर से खाद मिलना शुरू हो जाएगा। भले ही दीपावली का त्यौहार है, लेकिन छुट्टी होने पर भी खाद मिलेगा आप लोग प्रदर्शन खत्म करें। इसके पहले खाद नहीं मिल सकता क्यों कि कहीं खाद नहीं है। तहसीलदार के आश्वासन पर किसानों ने अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया।