दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लाक में आंगनबाड़ी केंद्रों में हुई नियुक्तियां विवादों के घेरे में आ गई हैं। गुरुवार शाम ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर आवेदन देकर आरोप लगाया कि अंकसूची में हेरफेर कर यह नियुक्तियां की गई हैं। उन्हें निरस्त किया जाए। इस दौरान भगवती मानव कल्याण संगठन के सदस्यों की भी मौजूदगी रही। एसडीएम की अनुपस्थित में तेंदूखेड़ा तहसीलदार को आवेदन सौंपा और अनेक केंद्रों पर हुई भर्तियों में मिलीभगत के आरोप लगाए।
एक मामला खगोरिया गांव से आया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि जिस जगह सहायिका पद पर उसकी पत्नी की नियुक्ति होनी थी, उस जगह दूसरी महिला को सहायिका के पद पर नियुक्त कर दिया है। सबूत के तौर पर शिकायतकर्ता ने दो ऐसी अंकसूची बताई है जो उस महिला की है, जिसको सहायिका के पद पर नियुक्त किया है।
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ये लगाये हैं आरोप
ग्राम पंचायत बैलवाड़ा के खगोरीया गांव निवासी सुनील गौड़ ने बताया कि खगोरिया में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका पद पर नियुक्ति होनी थी। मेरी पत्नी बबली गौड़ पात्र थी। मेरी पत्नी के कक्षा बारहवीं में 69.6 प्रतिशत अंक थे, जबकि दूसरी महिला अर्चना गौड़ के 66.4 अंक थे, लेकिन जो पोर्टल पर नियुक्ति के लिए अंकसूची अपलोड की गई है, उसमें अर्चना गौड़ के 72.8 प्रतिशत अंक बताकर उसकी नियुक्ति कर दी। मेरी पत्नी को दूसरे स्थान पर रख दिया, जबकि नियुक्ति के लिए हकीकत में मेरी पत्नी बबली पात्र है। सुनील गौड़ ने बताया कि जब मेरी पत्नी की नियुक्ति नहीं हुई तो मैने अर्चना गौड़ की पूरी जानकारी एकत्रित की जिसमें एक ही अंकसूची को दो तरह से बनाया गया है। वर्ष 2018 की बारहवीं की अंकसूची जो अर्चना द्वारा लगाई गई है उसमें उसकी माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल की अंकसूची में 332 अंक है, उसमें छेड़खानी करके जो पोर्टल पर अपलोड की गई है। उसमें 362 अंक कर दिये हैं। जिसके कारण मेरी पत्नी उससे पीछे हो गई है, जबकि दोनों अंकसूची में एक रोल नंबर है और अब वर्ष सही है केबल पोर्टल पर छह प्रतिशत बनाने के लिए 30 नंबर बढ़ाए गये हैं।
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कई जगह विवादित है नियुक्तियां
भगवती मानव कल्याण संगठन के सदस्य भी तहसील कार्यालय पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाये कि तेंदूखेड़ा महिला बाल विकास के अधीन आने वाली आंगनबाड़ियों में कार्यकर्ता और सहायिका पदों पर हुई नियुक्तियों में अनदेखी की गई है। अंकसूचियों में छेड़खानी की गई है हकीकत में जो अंकसूची है उसके अंक और पोर्टल पर दर्ज अंकसूची के अंकों में अंतर है। हम सभी लोग एसडीएम को ज्ञापन देने आये हैं, लेकिन एसडीएम की अनुपस्थित में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है और जो भर्तियां अभी हुई हैं उनपर रोक लगाने की मांग की है। एसडीएम सौरभ गंधर्व का कहना है ग्रामीणों ने आवेदन दिया है मामले की जांच कराई जाएगी। यदि गड़बड़ी हुई है तो कार्रवाई होगी।