डिंडोरी जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बजाग में पदस्थ ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बीएमओ) डॉ. विपिन राजपूत एक बार फिर विवादों में हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उनके नशा करने का दावा किया जा रहा है। वायरल तस्वीरों और वीडियो में डॉक्टर के हाथों में चिलम दिखाई दे रही है, जिसे नशे के लिए उपयोग में लाया जाता है। हालांकि, अमर उजाला इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता।
वीडियो सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई है। डिंडोरी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। सीएमएचओ का कहना है कि वायरल वीडियो की जांच की जाएगी और रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि डॉ. राजपूत का व्यवहार लंबे समय से विवादित रहा है। ग्रामीणों ने पूर्व में भी उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। बताया जाता है कि कुछ महीने पहले बीएमओ के खिलाफ नशे और लापरवाही के आरोप लगने के बाद बजाग क्षेत्र के लोगों ने सड़क पर उतरकर चक्काजाम किया था। उस समय भी लोगों ने डॉक्टर को हटाने की मांग की थी, लेकिन तब मामले को विभागीय जांच के बाद शांत कर दिया गया था।
अब एक बार फिर वायरल वीडियो के बाद ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि जिस डॉक्टर पर मरीजों की जिम्मेदारी है, वही अगर इस तरह की हरकत करता है तो यह पूरे स्वास्थ्य तंत्र के लिए शर्मनाक है। कई ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर भी वीडियो शेयर करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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स्थानीय प्रशासन का कहना है कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों की पुष्टि के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने भी जिला स्तर पर टीम गठित कर बीएमओ से जवाब तलब करने की तैयारी शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि डॉ. विपिन राजपूत लंबे समय से बजाग स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ हैं। उनके खिलाफ पहले भी कार्यशैली को लेकर कई शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं, लेकिन अब वीडियो वायरल होने के बाद मामला और गंभीर हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वे फिर से आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इस पूरे घटनाक्रम ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली और निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल सभी की नजरें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिसके आधार पर आगामी कदम तय होंगे।