खंडवा जिले में शुक्रवार दोपहर किसानों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सैकड़ों किसान पंधाना रोड स्थित सब्जी मंडी में संयुक्त कृषक संगठन के बैनर तले एकजुट हुए। इस दौरान 50 से अधिक गांवों से आए पुरुष किसानों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं।
आम सभा को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को रबी और खरीफ फसलों की खरीदी समर्थन मूल्य पर सुनिश्चित करे। वर्तमान में खरीदी केंद्रों पर किसानों की उपज औने–पौने दामों पर खरीदी जा रही है, जिससे किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। नेताओं ने आरोप लगाया कि फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को सही और पूरा क्लेम नहीं मिल रहा है। कई किसानों की उपज पूरी तरह बर्बाद हो जाने के बावजूद उन्हें नाममात्र का मुआवजा दिया गया है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि बीमा कंपनियां वास्तविक नुकसान का आकलन कर उचित बीमा राशि उपलब्ध नहीं करातीं तो आंदोलन और भी उग्र किया जाएगा।
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खाद घोटाले की जांच पर गंभीर सवाल
सभा में किसानों ने हाल ही में सामने आए खंडवा के बड़े खाद घोटाले की जांच पर भी गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि करोड़ों रुपये के इस महाघोटाले ने अन्नदाताओं के विश्वास को गहरी चोट पहुंचाई है, लेकिन प्रशासन अब तक ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया। जांच केवल कागजों तक सीमित है और भ्रष्ट अधिकारियों व दलालों को बचाने की कोशिश की जा रही है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।
सभा के बाद किसान बड़ी रैली के रूप में ट्रैक्टर और बाइक से जिला कलेक्टर कार्यालय की ओर रवाना हुए। पूरे रास्ते किसान सरकार की नीतियों और खाद घोटाले की जांच में हो रही लापरवाही के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। रैली स्थानीय स्टेडियम ग्राउंड पर पहुंची, जहां किसानों ने कलेक्टर को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। इस दौरान किसान नेता जय पटेल ने कहा कि “अन्नदाता अपना खून-पसीना बहाकर देश को अन्न देता है, लेकिन सरकार और बीमा कंपनियां हमें हमारा हक नहीं दे रही हैं। वहीं खाद घोटाले ने किसानों के विश्वास को तोड़ दिया है। यदि दोषियों को बचाया गया तो किसान सड़क से सदन तक बड़ा आंदोलन करेंगे।”
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किसानों की प्रमुख मांगें
- सभी फसलों की खरीदी समर्थन मूल्य पर अनिवार्य की जाए।
- फसल बीमा योजना में हुए वास्तविक नुकसान का पूरा क्लेम दिया जाए।
- बारिश और प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को तुरंत राहत राशि उपलब्ध कराई जाए।
- खंडवा खाद महाघोटाले की जांच निष्पक्ष रूप से कर दोषियों को जेल भेजा जाए।