मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की धार्मिक तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन करने पहुंचते हैं। ऐसे में यहां श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या नर्मदा नदी में स्नान करने के साथ ही, नौका विहार का भी आनंद लेती है लेकिन यहां चल रही नावों के साथ ही अवैध और बगैर लाइसेंस वाली नावों के कारण दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है, जिसको देखते हुए लंबे समय से अवैध नावों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जा रही थी। अब शुक्रवार को राजस्व अमला और नगर परिषद ओंकारेश्वर द्वारा एक संयुक्त टीम गठित कर नर्मदा नदी में चल रही अवैध नाओं का संचालन बंद करवाया गया है। सभी अवैध नावों को नवीन घाट पर खड़ा करवाया गया है। हालांकि इस दौरान निकाय की कार्रवाई को देखते हुए कुछ अवैध नावों के संचालकों द्वारा अपनी अवैध नाव को, घाटों पर बंद अवस्था में छोड़कर, उसका इंजन उतार कर ले जाने की घटना भी सामने आई है। ऐसे में निकाय द्वारा ऐसी सभी नाव को भी जब्त कर नवीन घाट पर बांधा गया है।
बता दें कि इसको लेकर जिला कलेक्टर से मिले निर्देशों के बाद की गई यह कार्रवाई अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुनासा एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी ओंकारेश्वर के मार्गदर्शन में की गई है। जिन्होंने बताया कि यह कार्रवाई अभी आगे भी निरंतर जारी रहेगी। वहीं निकाय द्वारा कार्यवाही को लेकर पूर्व में ही इस संबंध में अवैध नाव मालिकों को घाटों पर से सूचना के माध्यम से भी निर्देशित किया गया था कि वे अपनी नाव नर्मदा नदी से बाहर कर लें। हालांकि उनके द्वारा नाव बाहर नहीं किए जाने से निकाय द्वारा खुद ही अवैध नाव का संचालन बन्द करवाकर नाव जब्ती की कर्रवाई की गई है।
ओंकारेश्वर में अवैध नावों का संचालन करवाया बंद- फोटो : credit
ओंकारेश्वर में अवैध नावों का संचालन करवाया बंद- फोटो : credit
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