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VIDEO : करनाल में जेल में बंदियों को दिया गीता का उपदेश, ज्ञानानंद महाराज बोले- धर्म के नाम पर हिंसा व नफरत फैलाने वाले किसी के नहीं होते
करनाल जिला कारागार में गीता पाठ कार्यक्रम आयोजित किया गया। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज और हरियाणा के सहकारिता, पर्यटन एवं जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने शिरकत की। स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने बंदियों को गीता का उपदेश दिया। उन्होंने प्रवचन के माध्यम से बंदियों को जीवन में सुधार लाने के लिए प्रेरित किया और शांति तथा सद्गुणों का पालन करने का संकल्प दिलाया।
उन्होंने कहा कि जो बीती सो बीती, अब निश्चय करें कि अब वे फिर अपराध से नहीं जुड़ेंगे और जीवन में बदलाव लाएंगे। इससे अलग उन्होंने कनाडा में मंदिर हुए हमले के बारे में कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा और नफरत फैलाने वाले तत्व किसी भी धर्म का हिस्सा नहीं होते। इस प्रकार की गतिविधियों की उन्होंने निंदा की।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष करनाल जेल ने एक मिनट गीता पाठ के आयोजन में अग्रणी भूमिका निभाई थी, और इस बार भी बंदियों ने संकल्प लिया है कि वे उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा 28 नवंबर से 11 दिसंबर तक गीता महोत्सव चलेगा।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज की इच्छा थी कि यह शुरुआती कार्यक्रम जेलों से शुरू किया जाए। जिस तरह से भगवत गीता का प्रचार पूरे देश में ही नहीं पूरे विश्व में हुआ। उससे कुरुक्षेत्र की धरती को बहुत बड़ा प्रचार मिला है। जिस तरह से अयोध्या भगवान राम की धरती है और कुरुक्षेत्र भगवान कृष्ण की भूमि है।
जेल में होगी गोशाला की शुरुआत
स्वामी ज्ञानानंद ने बताया कि करनाल जेल परिसर में ही गोशाला का बनाई जा रही है। जिसे जल्द ही शुरु किया जाएगा और गायों के दूध का उपयोग भी जेल में किया जाएगा। इससे बंदियों को सेवा का अवसर मिलेगा और वे समाज की भलाई में योगदान कर सकेंगे। स्वामी ज्ञानानंद ने युवाओं को नशे की लत से दूर रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अपनी ऊर्जा को नशे में बर्बाद करने के बजाय माता-पिता और दीन-दुखियों की सेवा में लगाना चाहिए।
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