मध्य प्रदेश के निमाड़ अंचल में इन दिनों मानसूनी बारिश का दौर जारी है। निमाड़ के खंडवा, खरगोन, बड़वानी और बुरहानपुर जिलों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। तो वहीं इस दौरान नर्मदा नदी के ऊपरी कछार के क्षेत्रों में जबलपुर से लेकर खंडवा तक हो रही भारी बारिश के चलते, प्रदेश के खंडवा जिले के पुनासा ब्लॉक स्थित इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर डैम के रिजर्वायर क्षेत्र में पानी का स्तर लगातार बढ़ते जा रहा है। यह जलस्तर अब दोनों ही बांधों की कुल क्षमता के समीप हो चुका है। इसके चलते एशिया की सबसे बड़ी 1000 मेगावॉट की परियोजना इंदिरा सागर डैम के साथ ही करीब 520 मेगावॉट क्षमता वाले ओंकारेश्वर डैम के गेट खोले गए हैं।
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इसको लेकर खंडवा जिला कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने बताया कि बुधवार को इंदिरा सागर डैम के कुल 12 गेट खोले गए हैं। जिनमें 8 गेट 2.5 मीटर तक तो वहीं इसके 4 गेट 2.0 मीटर की हाइट तक खोले गए हैं। इस तरह इन 12 गेट्स के जरिये करीब 7 हजार क्युमेक्स पानी और यहां जारी विद्युत उत्पादन के टर्बाइन चलकर करीब 2 हजार क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। इस तरह इंदिरा सागर डैम से करीब 9 हजार क्युमेक्स पानी नर्मदा में डिस्चार्ज किया जा रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि लगभग इतना ही अर्थात 9 हजार क्यूमैक्स पानी ओंकारेश्वर स्थित ओंकारेश्वर डैम के माध्यम से भी नर्मदा में छोड़ा जा रहा है। इसको लेकर जिला कलेक्टर ने मीडिया के जरिए जिले वासियों से अपील भी जारी की है कि रपटों और पुल पुलियाओं पर पानी होने की स्थिति में उसे पार करने की कोशिश ना करें और नर्मदा के तटीय क्षेत्रों और घाटों से दूर रहते हुए सुरक्षित रहें।
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