मध्यप्रदेश की धार्मिक तीर्थ नगरी ओम्कारेश्वर में भादौ के प्रथम सोमवार को जन्माष्टमी का पावन पर्व मनाया गया। इस अवसर पर भूत भावन ज्योतिर्लिंग ओंकारजी महाराज श्रद्धालुओं संग ओंकार पर्वत की परिक्रमा एवं भ्रमण करने निकले। ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर से अपरान्ह बाद ढ़ोल धमाकों के संग भगवान मंदिर से रवाना हुए। इसके बाद कोटितीर्थ घाट पर भगवान की संक्षिप्त पूजा की गई।
पूजा के बाद भगवान ने पवित्र मां नर्मदा में नौका विहार भी किया। इसके बाद वे मुख्य बाजार से होते हुए परिक्रमा के लिए रवाना हुए। इस दौरान मार्ग में जगह-जगह भगवान पर भक्तों ने ग़ुलाल और गुलाब के पुष्पों की वर्षा भी की। यही नहीं, बाबा ओमकार के भक्तों द्वारा और तीर्थनगरी के आश्रमों पर भी छप्पन भोग, केले, सेवफल, फरियाली खिचड़ी, दूध कोलड्रिंक, चाय आदि का बड़ी संख्या में वितरण किया गया।
नर्मदा के संगम घाट पर विद्वान पंडितों के द्वारा वेद मंत्रों के साथ भोले बाबा का पूजन अभिषेक किया गया। इस दौरान पूरे समय ढोल-ढमाकों की थाप पर भक्त भोले शम्भू भोले नाथ का उद्घोष करते हुए नाच रहे थे, वहीं हजारों भक्त बाबा ओमकार के साथ भ्रमण करने में शामिल थे। इस दौरान आतिशबाजी भी छोड़ी गई।
ढोल धमाकों के साथ ओमकार पर्वत का भ्रमण करने निकले बाबा ओंकार- फोटो : credit
ढोल धमाकों के साथ ओमकार पर्वत का भ्रमण करने निकले बाबा ओंकार- फोटो : credit
ढोल धमाकों के साथ ओमकार पर्वत का भ्रमण करने निकले बाबा ओंकार- फोटो : credit