मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय द्वारा एक मार्च 2025 से प्रदेश के जिलों के समस्त पुलिस विभाग प्रमुखों से निजी वाहनों में लगे हूटर वीआईपी स्टिकर्स और डिजाइनिंग नंबर प्लेट्स लगाकर दुरुपयोग करने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन राजगढ़ में माननीयों में इसका असर बेअसर नजर आ रहा है।
इसका उदाहरण शुक्रवार को राजगढ़ जिला अस्पताल में आयोजित जन औषधि कार्यक्रम में देखने को मिला है, जिसमें राजगढ़ सांसद रोडमल नागर, विधायक अमर सिंह यादव भी शामिल हुए थे, जिनके वाहनों में बकायदा हूटर लगे हुए थे। वीआईपी डिजाइनिंग नंबर प्लेट्स का भी इस्तेमाल किया गया था। वहीं, राजगढ़ कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा और अपर कलेक्टर भी इनसे पीछे नहीं रहे। हालांकि, कलेक्टर को इसमें छूट है। लेकिन उसकी भी कुछ शर्तें हैं।
वहीं, जिले के अन्य जनप्रतिनिधियों भाजपा के जिलाध्यक्ष ज्ञान सिंह गुर्जर व भाजपा नेता जसवंत सिंह गुर्जर ने अपने वाहन से स्वयं हूटर निकालकर क्षेत्र के अन्य नेताओं और जनप्रतिनिधियों से भी अपने वाहनों से हूटर निकालने की अपील की है। लेकिन उसका भी कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है।
वहीं, मामले में ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी प्रशांत शर्मा का कहना है कि इसमें जिले में केवल कलेक्टर को छूट प्रदान की गई है। बाकी मुख्यमंत्री और राज्यपाल के कार के साथ चलने वाले पायलट वाहनों को इसमें छूट मिलती है। अन्यथा किसी को भी नहीं। लेकिन वहीं राजगढ़ में माननीयों के वाहनों पर लगे हुए हूटर और वीआईपी नंबर प्लेट्स को लेकर उन्होंने कहा कि फिलहाल मेरे संज्ञान में नहीं आई है। यदि ऐसा है तो सभी माननीय और विशिष्टजनों को समझाइश देकर उनके वाहनों से हूटर उतराए जाएंगे, जिसके लिए 15 दिनों तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। राजगढ़ में शुक्रवार से हमने इसकी शुरुआत की है और कार्रवाई करते हुए फिलहाल 20 से 25 वाहनों के नंबर प्लेट्स जब्त किए हैं और यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
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