सागर जिले की देवरी नगरपालिका अध्यक्ष को बड़ी राहत मिली है। जबलपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के उस आदेश को बदल दिया, जिसके तहत तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष नेहा अलकेश जैन को पद से हटाया गया था। कोर्ट के इस फैसले के बाद मामले में सियासी घमासान शुरू हो गया।
हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि जिन तथ्यों के आधार पर नेहा अलकेश जैन को पद से हटाने का निर्णय लिया गया, वे निराधार हैं। न्यायालय ने कहा कि अगर सरकारी पोर्टल से AC खरीदी गई है, तो इसे भ्रष्टाचार का आधार मानना गलत है। सुनवाई के बाद कोर्ट ने अंतरिम राहत देते हुए निर्देश दिया है कि अगले आदेश तक नेहा अलकेश जैन अपने पद पर बनी रहेंगी। इसके पहले सरकार ने सरिता संदीप जैन को नगरपालिका अध्यक्ष का प्रभार सौंपा था, लेकिन अब यह आदेश अप्रभावी हो गया है।
पूरे मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से चार हफ्तों के भीतर पूजवाब मांगा है। कोर्ट के आदेश के बाद सरकार को अब विस्तृत रिपोर्ट पेश करनी होगी कि किन तथ्यों और आधारों पर यह कार्रवाई की गई थी। गौरतलब है कि 25 अगस्त को राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए नेहा अलकेश जैन को पद से हटा दिया था।
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समर्थकों ने मनाई खुशियां
देवरी नगर पालिका की अध्यक्ष का मामला अब दोनों गुटों की राजनीतिक रसूख का सबब बन गया है। दरअसल, शासन द्वारा हटाई गई नेहा अलकेश जैन भी बीजेपी से अध्यक्ष बनी थीं। उन्हें पद से हटाने की मुहिम भी स्थानीय विधायक और नगरपालिका के बीजेपी पार्षदों द्वारा चलाई जा रही थी। लेकिन, उच्च न्यायालय द्वारा स्थगन मिलने पर नेहा अलकेश जैन के समर्थकों में खुशी का माहौल बन गया। उन्होंने नगर में आतिशबाजी कर खुशियां मनाई।
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