मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव गुरुवार को शाजापुर जिले के पोलायकलां क्षेत्र के ग्राम पंचायत खड़ी में पहुंचे। यहां उन्होंने पीले मोजेक से सोयाबीन की फसल को हुए नुकसान का जायजा लिया और किसानों को हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि प्रदेश की सरकार हर परिस्थिति में प्रदेशवासियों और किसान भाइयों के साथ खड़ी है, वह किसी भी बात की चिंता नहीं करें। यहां आयोजित कृषि चौपाल में सम्मिलित होकर अन्नदाताओं से संवाद किया।
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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चौपाल में सहभागिता से पहले मुख्यमंत्री ने प्रभावित फसलों का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर किसानों में उत्साह का माहौल रहा। उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के आगमन से फसलों को पहुंचे नुकसान की भरपाई के लिए सर्वे आदि में तेजी आएगी। उल्लेखनीय है कि जिले के कई क्षेत्रों में पीले मोजेक से सोयाबीन की फसल को बड़ा नुकसान पहुंचा है। दो दिन पहले मुख्यमंत्री यहां आने वाले थे। किंतु और वक्त पर उनका कार्यक्रम निरस्त हो गया था। जिससे किसानों में निराशा का भाव देखा गया था। हालांकि गुरुवार को मुख्यमंत्री के आगमन के बाद किसान उत्साहित दिखे। पहले मुख्यमंत्री देवास जिले के हाटपिपलिया क्षेत्र जाने वाले थे, किंतु बुधवार देर रात वहां का कार्यक्रम निरस्त हुआ और उनका पोलायकलां में कार्यक्रम तय हुआ। इसके बाद आनन फानन में जिला प्रशासन ने कार्यक्रम की तैयारी की।
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फसल बीमा राशि जल्द प्रदान करने की कही बात
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने घोषणा की है कि प्रभावित किसानों को जल्द ही बीमा राशि प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही सरकार गेहूं की फसल 2700 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदेंगे। उन्होंने गौ संरक्षण और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना आदि को लेकर किसानों से संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसलों के नुकसान का सर्वे जल्द से जल्द कराया जाए। इसके साथ ही क्षेत्र में बेसहारा पशुओं से फसलों को नुकसान पहुंचता है, ऐसे में पशुओं की रोकथाम के लिए भी उपाय करने की बात कही।
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