शिवपुरी जिले के मास्टर कॉलोनी में शनिवार को बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। बिजली बिल की बकाया वसूली के लिए गई टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। घटना में महिला जूनियर इंजीनियर समेत कई कर्मचारी मौजूद थे। गुस्साई भीड़ ने कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। उनके कपड़े फाड़ दिए और मोबाइल फोन छीन लिए। विभाग की गाड़ियों पर भी पथराव किया गया।
जेई कैलाश अहिरवार ने बताया कि बिजली विभाग की टीम लोक अदालत में धारा-135 के अंतर्गत बनाए गए प्रकरणों में बकाया राशि पर छूट देने का प्रचार-प्रसार करने फतेहपुर क्षेत्र स्थित बाली मास्टर कॉलोनी पहुंची थी। इस दौरान टीम को वहां अवैध रूप से बिजली उपयोग करने के मामले मिले, जिस पर कार्रवाई करते हुए ट्रांसफार्मर से अवैध रूप से जुड़े तार हटा दिए। इस पर कॉलोनी के कुछ लोगों रूपेश बेड़िया, जैकी बेड़िया, सुरेंद्र बेड़िया, सुजीत बेड़िया, मौनू भार्गव और हरिओम शर्मा ने विरोध किया और विवाद करने लगे।
बिजली विभाग के कर्मचारियों के अनुसार, जब उन्होंने समझाने की कोशिश की कि केवल अवैध रूप से बिजली उपयोग कर रहे उपभोक्ताओं के कनेक्शन हटाए जा रहे हैं तो उक्त लोगों ने गाली- गलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर बिजली कर्मचारियों को धक्का देकर मारपीट की गई। इस घटना में सौभाग्य लोधी, घनश्याम यादव, मनेन्द्र पाल और गजेन्द्र परिहार को चोटें आईं। शासकीय वाहन MP-33 C-2215 के पीछे का कांच भी तोड़ दिया गया। सहायक प्रबंधक पूजा वर्मा, रवि भोज, आमिल खान और मुकेश भदौरिया ने बीच-बचाव करने की कोशिश की। लेकिन आक्रोशित भीड़ ने उनकी बात नहीं सुनी।
गुस्साई भीड़ ने कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। उनके कपड़े फाड़ दिए और मोबाइल फोन छीन लिए। विभाग की गाड़ियों पर भी पथराव किया गया। कुछ अधिकारी किसी तरह वहां से भागकर बच निकले। उन्होंने तुरंत घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। सहायक अभियंता कैलाश अहिरवार और पूजा वर्मा ने कोतवाली में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कोतवाली पुलिस ने बिजली विभाग की शिकायत पर छह नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, कॉलोनीवासियों के आवेदन को लेकर जांच शुरू कर दी गई है।
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