बुंदेलखंड की अयोध्या ओरछा में तीन दिवसीय राम विवाह महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज शुक्रवार की शाम करीब 7:30 बजे राजा राम की बारात जनकपुर, यानी जानकी मंदिर के लिए निकलेगी। इसके लिए राजा राम सरकार की पालकी को नया स्वरूप दिया गया है। निवाड़ी जिला पंचायत के सीईओ रोहन सक्सेना ने बताया कि राम विवाह महोत्सव को भव्य स्वरूप देने के लिए नवीनता और गरिमा को ध्यान में रखते हुए मंदिर के अंदर स्क्रीनिंग कैमरे लगाए गए हैं, भव्य सजावट की गई है।
राजा राम की नई पालकी
इस बार भगवान श्री राम की पालकी को नया स्वरूप दिया गया है। यह नई पालकी मंदिर में पहुंच चुकी है। इसी पालकी में सवार होकर राजा राम ओरछा के मंदिर से बाहर निकलेंगे और उन्हें सलामी दी जाएगी। इसके बाद उनकी बारात जानकी मंदिर पहुंचेगी, जहां टीका और भांवर का कार्यक्रम होगा।
विश्व का इकलौता मंदिर
ओरछा का राजा राम मंदिर विश्व का पहला और इकलौता मंदिर है, जहां भगवान श्री राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। यहां प्रतिवर्ष पंचमी पर राम विवाह का आयोजन किया जाता है, जिसका आयोजन मध्य प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन द्वारा किया जाता है। इस विवाह में जिले के कलेक्टर सारी रस्में अदा करते हैं। गुरुवार की शाम मंडप की रस्म में हल्दी कार्यक्रम का आयोजन हुआ था।
ओरछा नगर की भव्य सजावट
भगवान राम की बारात को लेकर पूरे ओरछा नगर को नई नवेली दुल्हन की तरह सजाया गया है। जिला पंचायत के सीईओ ने बताया कि बारात जिस-जिस मार्ग से गुजरेगी, वहां भव्य सजावट की गई है।
बरसों पुरानी परंपरा
ओरछा का राजा राम मंदिर सदियों पुराना है। राजशाही के दौर से यह परंपरा चली आ रही है। यह विश्व का इकलौता मंदिर है, जहां राजा राम को सलामी दी जाती है। यह परंपरा आज भी कायम है। मध्य प्रदेश पुलिस बल के जवान राजा राम को सलामी देते हैं।
पंगत का आयोजन
गुरुवार को मंडप के दिन बुंदेलखंड में पंगत देने की परंपरा है। इसी क्रम में गुरुवार को ओरछा के राजा राम मंदिर में पंगत का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालु पहुंचे और प्रसाद ग्रहण किया। निवाड़ी कलेक्टर ने स्वयं पंगत में श्रद्धालुओं को भोजन परोसा।