श्रावण माह की शुरुआत इस बार धमाकेदार हुई है। शुरुआती 13 दिनों में 25 लाख से ज्यादा दर्शनार्थी बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने दिल खोलकर दान भी दिया है, जिससे मंदिर को 7.88 करोड़ रुपए की आय हुई है और यह सिलसिला लगातार जारी है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने इसके आंकड़े जारी किए।
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मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया 12 से 24 जुलाई तक देशभर से कुल 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने सुबह 6 बजे से रात को पट बंद होने तक बाबा महाकाल के दर्शन किए। इससे मंदिर समिति को विभिन्न मदों से 7 करोड़ 88 लाख 59 हजार 705 रुपए की आय हुई। इसमें भेंट एवं दान से 1,94,32,205 रुपए, शीघ्र दर्शन (250 रु. रसीद) से 2,91,01,500 रुपए की आय हुई। इस दौरान भगवान महाकाल के लड्डुओं की भी रिकॉर्डतोड़ बिक्री हुई। भक्तों ने जमकर लड्डू प्रसाद खरीदा जिससे 3,03,26,000 रुपए की आय हुई। याद रहे कि मंदिर प्रशासन द्वारा लड्डू प्रसाद श्रद्धालुओं को नो प्रॉफिट और नो लॉस में दिया जाता है यानी लड्डू बनाने में जितनी लागत लगती है, सिर्फ वही खर्च निकालने के लिए भक्तों से रुपए लिए जाते हैं। इसमें मंदिर समिति कोई मुनाफा नहीं लेती है। लड्डू बनाने में सफाई और शुद्धता का पूरा ख्याल रखा जाता है जिस कारण इसे 5 स्टार रेटिंग भी मिली हुई है। इसके अलावा इस लड्डू प्रसाद को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा सेफ भोग सर्टिफिकेट मिला हुआ है। इसका मतलब है कि यह लड्डू प्रसाद गुणवत्ता और स्वच्छता के मामले में सुरक्षित है। स्वाद में भी यह लाजवाब होता है जिसके चलते देशभर से आने वाले श्रद्धालु अपने साथ बड़ी मात्रा में प्रसाद खरीदकर ले जाते हैं।
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व्यवस्थाओं से खुश श्रद्धालु ने दी 1.11 लाख की राशि
भगवान महाकाल के दर्शन करने आने वाले भक्तों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। वह दिल खोलकर चढ़ावा और आभूषण भी भेंट कर रहे हैं। इसी कड़ी में मंदिर की व्यवस्थाओं से खुश होकर श्रद्धालु अमरसिंह बैस ने मंदिर के विस्तार के साथ ही विकास कार्यों के लिए 1.11 लाख रुपए की राशि मंदिर को भेंट की।