उज्जैन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर से लाखों श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं की इस आस्था और विश्वास का फायदा उठाकर कुछ साइबर अपराधी ‘श्री महाकालेश्वर भक्त निवास’ के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन होटल बुकिंग के नाम पर ठगी कर रहे थे। इस मामले में सीएसपी कोतवाली राहुल देशमुख और महाकाल थाना प्रभारी गगन बादल को शिकायतें प्राप्त हुई थीं।
शिकायतों की जांच में सामने आया कि श्री महाकालेश्वर भक्त निवास के नाम से बनाई गई सात अलग-अलग फर्जी वेबसाइटों के माध्यम से श्रद्धालुओं से ऑनलाइन ठगी की जा रही थी। पुलिस ने इन वेबसाइटों की जानकारी एकत्र कर उन्हें बंद करवा दिया है। साथ ही तकनीकी टीम के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया है कि भविष्य में इस नाम से कोई फर्जी वेबसाइट दोबारा सक्रिय न हो सके। यह कार्रवाई आईटी सेल और महाकाल थाना पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई।
एसपी प्रदीप शर्मा ने लिया एक्शन
विश्वप्रसिद्ध महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ठगी की घटनाएं लगातार सामने आ रही थीं—कभी होटल बुकिंग के नाम पर, तो कभी भस्म आरती के नाम पर। इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने स्वयं मोर्चा संभाला और जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली, जिसमें श्रद्धालुओं से होटल बुकिंग के नाम पर ठगी करने वाली सात फर्जी वेबसाइटों की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई।
साइबर अपराधियों पर पुलिस की पैनी नजर
पुख्ता साक्ष्य मिलने के बाद संबंधित डोमेन रजिस्ट्रार से संपर्क कर सभी सात फर्जी वेबसाइटों को बंद कराया गया। पुलिस टीम ने तकनीकी स्तर पर गहन ट्रैकिंग कर यह सुनिश्चित किया कि इन वेबसाइटों को दोबारा सक्रिय न किया जा सके। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि भविष्य में इस प्रकार के साइबर अपराधों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। साथ ही आमजन को सतर्क एवं जागरूक करने के लिए विशेष जनजागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।