उज्जैन जिले में आगर रोड स्थित छत्रपति शिवाजी भवन के पीछे नगर निगम कार्यालय के पास करीब 10 करोड़ रुपए की लागत से नगर निगम ने एक स्विमिंग पूल बनाया है। निगम प्रशासन ने इस पूल के संचालन का तीन साल के लिए ठेका रामा कृष्णा इंटरप्राइजेज कंपनी को दिया है। यह पूल 31 मार्च 2025 को आम लोगों के लिए खोला गया था। लेकिन, इस पूल का 26 सेकंड का एक वायरल वीडियो जिम्मेदारों के लिए मुसीबत बन गया है, वीडियो में पूल के प्रवेश द्वार (एंट्री पॉइंट) पर दो युवक हुक्का पीते नजर आ रहे हैं।
इस पर एक युवक ने वीडियो बनाते हुए आपत्ति जताई, तो हुक्का पीने वालों ने कहा कि इसमें कोई बुराई नहीं है। बाद में वीडियो बनाने वाले युवक ने वहां मौजूद कर्मचारी से नाम पूछा, जिसने अपना नाम साहिल बताया। लेकिन, उसने हुक्का पी रहे लोगों को नहीं रोका।
एंट्री पॉइंट पर पी रहे थे हुक्का
वायरल हुए वीडियो के बारे में बताया गया है कि यह वीडियो शाम 4:45 बजे का है। इस दौरान कई लोग अपने परिवार के साथ वहां मौजूद थे। पूल के प्रवेश द्वार पर दो युवक हुक्का पी रहे थे। वीडियो बनाने वाले युवक ने जब इस पर आपत्ति जताई तो हुक्का पी रहे युवकों ने उसी को समझाइश देना शुरू कर दिया।
लोगों ने जताया आक्रोश
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्विमिंग पूल एक ऐसी जगह है जहां परिवार और बच्चे मनोरंजन एवं खेल के लिए आते हैं। ऐसे में प्रवेश द्वार पर हुक्के जैसे नशीले पदार्थों का सेवन न केवल अनुचित है, बल्कि यह बच्चों और परिवारों के लिए असुरक्षित माहौल भी बनाता है। वहीं, एक स्थानीय निवासी ने बताया कि "हम अपने बच्चों को तैराकी सिखाने और मनोरंजन के लिए यहां लाते हैं, लेकिन अगर ऐसी गतिविधियां होंगी, तो हम कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे?"
नगर निगम नजर रखे
यह घटना उज्जैन के स्विमिंग पूल के प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि निजी कंपनी को ठेके पर देने के बावजूद नगर निगम की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह सुविधा के संचालन और वहां की गतिविधियों पर नजर रखे।
जांच के बाद कार्रवाई करेंगे
मैंने वायरल वीडियो देखा है। हम कार्रवाई करेंगे। जांच कराएंगे कि हुक्का पूल के अंदर कैसे लाया गया और कंपनी को भी नोटिस जारी किया जाएगा।
मुकेश टटवाल, महापौर, उज्जैन
