उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बाघ के शिकार की पुष्टि हुई है। इस गंभीर वन्यजीव अपराध में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि दो अन्य अभी भी फरार हैं। रविवार को गिरफ्तार आरोपी हरदुल बैगा से पूछताछ के बाद शिकार की पूरी कहानी सामने आई है, जिसने वन विभाग को सकते में डाल दिया है।
मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई, घर से मिले अवशेष
शिकार की जानकारी वन विभाग को एक मुखबिर से मिली, जिसके बाद धमोखर रेंज के ग्राम रोहनिया में दबिश दी गई। यहां हरदुल बैगा के घर से बाघ के जबड़े, 13 नाखून, एक कैनाइन (दांत) और तीन अन्य दांत बरामद किए गए। बरामदगी के बाद विभाग में अलर्ट जारी कर दिया गया है और पूरे मामले को प्राथमिकता से जांचा जा रहा है।
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पांच लोगों ने मिलकर मारा था बाघ
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक डॉ. अनुपम सहाय ने जानकारी दी कि हरदुल बैगा ने पूछताछ के दौरान माना कि इस घटना में कुल पांच लोग शामिल थे। उसकी निशानदेही पर दो अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और तीनों से संयुक्त रूप से पूछताछ की जा रही है। आरोपियों ने शिकार के स्थान और तरीके की जानकारी दी है, जिसकी पुष्टि वन विभाग जल्द करने वाला है।
न्यायालय में पेशी के बाद दोबारा रिमांड पर आरोपी
सोमवार सुबह हरदुल बैगा को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे रिमांड पर लेकर फिर से पूछताछ की अनुमति मिली है। वन विभाग की टीम अब दो फरार आरोपियों की तलाश में जंगलों में सघन तलाशी अभियान चला रही है, वहीं बाघ के अन्य अंगों की बरामदगी के प्रयास भी तेज़ कर दिए गए हैं।
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वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई
डॉ. सहाय ने स्पष्ट किया कि आरोपियों पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कठोर धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना पर्यावरण और जैव विविधता के लिए एक बड़ा खतरा है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।