अलवर शहर के सदर थाना क्षेत्र स्थित गोल्डन वाटर पार्क में बुधवार शाम दर्दनाक हादसा हो गया, जहां 12 वर्षीय नमन राजपूत की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। नमन, झारेड़ा का निवासी था और अपने परिवार के साथ वाटर पार्क घूमने आया था। हादसे के तुरंत बाद परिजन उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। गुरुवार को पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
परिजनों ने वाटर पार्क प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप
परिजनों ने वाटर पार्क प्रबंधन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पार्क में न तो कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद था, न ही कोई प्रशिक्षित लाइफ सेवर तैनात था। इसके अलावा, मेडिकल इमरजेंसी जैसी कोई सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी, जिससे बच्चे की जान बचाई जा सकती थी। यह भी आरोप लगाए गए कि हादसे के बाद भी पार्क में डीजे बजता रहा और स्टाफ ने उसे बंद तक नहीं किया।
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अस्पताल गेट पर धरना, रोड किया जाम
घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने अलवर जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर धरना दिया और जमकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने अस्पताल के बाहर सड़क को भी जाम कर दिया, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को समझाइश देने का प्रयास किया।
पुलिस ने शुरू की जांच
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर वाटर पार्क प्रबंधन की लापरवाही के पहलुओं की जांच शुरू कर दी है। परिजनों की मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और वाटर पार्क को बंद किया जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह वाटर पार्क हाल ही में शुरू हुआ है और बिना उचित सुरक्षा व्यवस्था के स्विमिंग पूल को संचालित किया जा रहा था।