राजस्थान के झालावाड़ में हाल ही में स्कूल भवन गिरने से सात बच्चों की मौत के बाद सरकार ने राज्यभर के पुराने स्कूल भवनों की जांच और मरम्मत के आदेश दिए हैं। लेकिन अलवर जिले के रूपबास क्षेत्र स्थित महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल की जर्जर हालत अब भी खतरे की घंटी बजा रही है। इस स्कूल में कुल 81 छात्र अध्ययनरत हैं, लेकिन पूरी इमारत में केवल तीन ही कमरे सुरक्षित हैं। बरामदा और कई कक्ष पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। बारिश के दौरान छतों से पानी टपकता है, जिससे बच्चों की छुट्टी करनी पड़ती है। सीलन और दरारों से भरा यह भवन कभी भी बड़ा हादसा झेल सकता है।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका भारती जुमनानी और पूर्व प्रधानाध्यापिका कृपा शर्मा का कहना है कि भवन की दो वर्ष पहले मरम्मत जरूर कराई गई थी, लेकिन स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। बरामदे में गहरी दरारें अब भी मौजूद हैं और कमरों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। यह विद्यालय कक्षा 1 से 8 तक संचालित होता है, जहां अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होती है, सिवाय आठवीं कक्षा के जो हिंदी माध्यम में है। भवन की खराब स्थिति के कारण सभी छात्रों को तीन ही कमरों में बैठाकर पढ़ाया जा रहा है, जिससे पढ़ाई पर असर पड़ रहा है।
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विद्यालय प्रशासन ने इस गंभीर स्थिति को लेकर राज्य समग्र शिक्षा अभियान (रमसा) को भी अवगत करा दिया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप की मांग की जा रही है, ताकि बच्चों की जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कराने की नौबत खत्म हो सके।