राष्ट्र के लिए कर्तव्य पथ पर शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों की स्मृति में मंगलवार को रिजर्व पुलिस लाइन, बांसवाड़ा में पुलिस शहीद दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पुलिस अधिकारियों और जवानों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी, वृक्षारोपण किया और रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया।
समारोह की शुरुआत पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी द्वारा इस वर्ष शहीद हुए पुलिसकर्मियों की जानकारी साझा करने से हुई। इसके बाद शहीदों को हथियार व शीश झुकाकर शोक सलामी दी गई और पुष्पचक्र अर्पित किए गए। पुलिस अधीक्षक जोशी सहित सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों ने पुलिस लाइन परिसर में शहीदों की स्मृति में वृक्षारोपण किया।
समारोह में पुलिस अधीक्षक जोशी ने देश के सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और अर्धसैनिक बलों के 1 सितम्बर 2022 से 31 अगस्त 2023 तक के बीच शहीद हुए 191 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम और पदनाम का वाचन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने पुलिस लाइन ग्राउंड में बने स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को नमन किया।
पुलिस निरीक्षक बुधाराम विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस की सम्मान गार्ड द्वारा शस्त्र उलटकर शोक सलामी दी गई और दिवंगत आत्माओं के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया। पुलिस बैंड कर्मियों ने ‘लास्ट पोस्ट’ की धुन बजाई। उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र और पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
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कार्यक्रम के अंत में सभी शहीद पुलिसकर्मियों को सलामी दी गई। इस मौके पर आयोजित रक्तदान शिविर में पुलिसकर्मियों और नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश भारद्वाज, डिप्टी गोपीचंद मीणा सहित अन्य वृताधिकारी, सभी थानाधिकारी और पुलिस लाइन के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
जानें क्यों मनाया जाता है?
21 अक्टूबर 1959 को भारत-तिब्बत सीमा पर चीन और भारत के बीच हुए सीमा विवाद में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कई जवान शहीद हो गए थे। उन्हीं के बलिदान की स्मृति में हर वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस या पुलिस शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।