जिले की बारीगामा ग्राम पंचायत के हीरजी दईड़ा गांव में रविवार को एक लेपर्ड ने एक किशोर पर हमला कर दिया। हमले के बाद वह एक घर में घुस गया लेकिन कुछ ही देर में लेपर्ड की मौत हो गई। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा होगा।
जानकारी के अनुसार हीरजी दईड़ा गांव में लेपर्ड ने 16 वर्षीय शांतिलाल पर हमला कर दिया। शांतिलाल को हाथ, सीने और कमर पर गंभीर चोटें आईं। लेपर्ड के हमला करने से मौके पर अफरा-तफरी सी मच गई। बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। लोगों को देखकर लेपर्ड एक घर में घुस गया। वहीं शांतिलाल को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया।
इधर ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। घर में घुसने के बाद लेपर्ड एक कमरे में गया तो ग्रामीणों ने दरवाजा बंद कर दिया। भीतर लेपर्ड ने सारा सामान बिखेरा दिया। वन विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची तो लेपर्ड कमरे में ही बंद था। खिड़की से उसकी गतिविधियों को देखने के बाद वनकर्मी विष्णुसिंह ने उसे ट्रेंकुलाइज करने की तैयारी की लेकिन कुछ देर बाद अचानक ही लेपर्ड निढाल हो गया।
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वनकर्मियों ने कमरे में पड़े लेपर्ड की कोई हलचल नहीं देखी तो दरवाजा खोला गया। इसके बाद टीम लेपर्ड को पिंजरे में डालकर वन विभाग के जिला कार्यालय रवाना हुई। उप वन संरक्षक अभिषेक शर्मा के निर्देश पर पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम कराया गया और फिर अंतिम संस्कार किया।
बताया जा रहा है कि जब लेपर्ड कमरे में घुसा तो काफी एक्टिव था। उसने कमरे में पड़े अनाज सहित अन्य सामान अस्त- व्यस्त कर दिया था। इसके कुछ समय बाद ही वह अचानक निढाल हो गया। अंदेशा जताया जा रहा है कि लेपर्ड ने अनाज बिखेरने के दौरान कोई कीटनाशक चबा लिया, जिससे उसकी अचानक मौत हो गई। मौत के कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।
घर में घुसा लेपर्ड। - फोटो : credit
अस्पताल में भर्ती किशोर। - फोटो : credi
घर में घुसा लेपर्ड। - फोटो : credit