बाड़मेर में पूर्व विधायक मेवाराम जैन करीब दो साल बाद कांग्रेस पार्टी में वापस शामिल हो गए। पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पूर्व विधायक का निलंबन रद्द करते हुए उन्हें पार्टी में शामिल किया। पूर्व विधायक की पार्टी में वापसी पर गुरुवार रात बाड़मेर जिला मुख्यालय पर उनके समर्थकों ने पटाखे फोड़कर खुशी जताई और मिठाई बांटकर एक-दूसरे का मुंह मीठा किया। पूर्व पार्षद बलवीर माली ने कहा कि मेवाराम जैन की पार्टी में वापसी से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। उन्होंने बताया कि जैन 36 कौम के नेता हैं और जनता की मांग के बाद उन्हें पार्टी में वापस शामिल किया गया।
दरअसल, दिसंबर 2023 में मेवाराम जैन पर पोक्सो सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज हुआ था और एक कथित अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने 6 जनवरी 2024 को उन्हें निष्कासित कर दिया था। इसके बाद मेवाराम जैन ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से संपर्क कर अपनी पार्टी में वापसी की मांग शुरू कर दी थी।
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जानकारी के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जैन की वापसी में अहम भूमिका निभाई। वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरिश चौधरी और बाड़मेर कांग्रेस के कई नेता जैन की वापसी के खिलाफ पार्टी आलाकमान से विरोध भी कर रहे थे। मेवाराम जैन बाड़मेर से तीन बार लगातार विधायक रह चुके हैं। 2023 विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. प्रियंका चौधरी से उन्हें हार का सामना करना पड़ा।