बाड़मेर में संत शिरोमणि पीपाजी महाराज की 702वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। शनिवार को दर्जी समाज की ओर से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज के लोग शामिल हुए। शोभायात्रा में ऊंट, घोड़े और झांकियां शामिल थीं, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरीं।
शोभायात्रा का नजारा देखने लायक था। धर्म ध्वजा लिए ऊंट और घुड़सवार चल रहे थे, और पीपाजी का रथ भी शामिल था। बड़ी संख्या में कलश लेकर बालिकाएं और महिलाएं शोभायात्रा में शामिल रही। इसके साथ ही शोभायात्रा में बड़ी संख्या में झांकियां भी शामिल थीं
श्री पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज पांच पट्टी बाड़मेर के अध्यक्ष नेमीचंद पंवार ने बताया कि सुबह आरती से कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। इसके बाद विभिन्न बोलियां बोली गई तथा समाज के दानदाताओं का सम्मान किया गया। सुबह 10 बजे मंदिर से गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा रवाना हुई, जो पांच बत्ती सर्किल, रॉय कॉलोनी रोड, विवेकानंद सर्किल, अहिंसा सर्किल, स्टेशन रोड, गांधी चौक, तनसिंह सर्किल होते हुए पुनः मंदिर पहुंची। जहां महाप्रसाद का वितरण हुआ।
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इससे पूर्व शुक्रवार रात मंदिर के बाहर विशाल जागरण का आयोजन हुआ था। जिसमें अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार स्वरूप पंवार एवं बिहारी पंवार ने सुंदर भजनों की प्रस्तुतियां दी। जागरण की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। इसके बाद गुरु वंदना, मां अम्बे, पीपाजी महाराज, हनुमान जी, बाबा रामदेव जी सहित कई देवी देवताओं के भजन प्रस्तुत किए। जिन्हें सुनने के लिए देर रात तक श्रद्धालु जमे रहे।
शोभायात्रा में ऊंट, घोड़े और रंग-बिरंगी झांकियां शामिल थीं, जिन्होंने शहर के प्रमुख मार्गों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। ऊंटों और घोड़ों के साथ निकाली इस शोभायात्रा ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। शोभायात्रा में उत्साह और उल्लास का माहौल था। शोभा यात्रा का शहर में जगह-जगह पर फूलों से स्वागत किया गया।