रेगिस्तानी इलाके बाड़मेर में गर्मी का प्रचंड प्रहार जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मंगलवार को यहां प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि औसत से 6.8 डिग्री अधिक है। तेज धूप और गर्म हवाओं ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है, सड़कें वीरान नजर आ रही हैं।
बाड़मेर में अप्रैल माह की शुरुआत में जून भीषण गर्मी पड़ रही है। मंगलवार को बाड़मेर में प्रदेश का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया, जिससे लोग परेशान हैं। दोपहर के समय सड़कें वीरान नजर आ रही हैं, लोग गर्मी से बचने के लिए पेय पदार्थों का सेवन कर रहे हैं और अलग-अलग तरह के जतन कर रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के मुताबिक मंगलवार को राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान बाड़मेर में 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 6.8 डिग्री ऊपर है। हीटवेव को लेकर मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है, जिसका असर बाड़मेर में देखा जा रहा है। गर्म लू के थपेड़े लोगों को परेशान कर रहे हैं। वहीं गर्मी का प्रचंड प्रहार आगमी दिनों में जारी रहने की संभावना है, जिससे लोगों को आने वाले दिनों में भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते कई दिनों से यहां पर तेज गर्मी पड़ रही है ,जिसके चलते काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। आमतौर पर जून में ऐसी गर्मी देखने को मिलती है लेकिन इस बार अप्रैल में ऐसे भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी से बचने के लिए घरों में पंखे कूलर के आगे बैठते हैं। उन्होंने बताया कि इस गर्मी के चलते दोपहर के समय तो घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। हालांकि जरूर काम होने पर कपड़ा उतर जाते हैं और जूस पर पदार्थ का भी सेवन करते हैं ताकि इस गर्मी से बचा जा सके।