सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत शुक्रवार को जोधपुर प्रवास पर रहे। सर्किट हाउस में भाजपा नेताओं से मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।
अविनाश गहलोत ने कहा कि देश के गृहमंत्री से मिलना एक सौभाग्य की बात है। वे हमारे लिए प्रेरणा स्रोत हैं और उनकी मुलाकात हमेशा प्रेरणादायक रहती है। चुनाव प्रचार में मुझे आशीर्वाद देने के लिए वे आए थे। उनसे मुलाकात के लिए मैं लंबे समय से प्रयासरत था। जो मार्गदर्शन उन्होंने दिया है, उससे निश्चित ही आने वाले समय में राजस्थान के युवाओं के लिए नई ऊर्जा के साथ काम होगा। आज जोधपुर में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का कार्यक्रम है, जिसमें एक नए भवन का लोकार्पण और छात्रों के लिए छात्रवृत्ति वितरण किया जाएगा।
विभिन्न नियुक्तियों को लेकर उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रक्रिया के तहत नियुक्तियां होती हैं। नारी निकेतन को लेकर हाईकोर्ट का फैसला आया था कि महिलाओं की नियुक्ति होनी चाहिए। हमने नियुक्ति दी है। कुछ जगहों पर ब्लॉक ऑफिसर की पोस्टिंग भी की गई है और आने वाले समय में और नियुक्तियां होंगी।
कांग्रेस की सर्वदलीय बैठक पर बयान देते हुए गहलोत बोले कि कांग्रेस हो या कोई भी विपक्षी दल, जब लंबे समय तक सत्ता में रहने के बाद बाहर हो जाते हैं तो उनका मोह आसानी से नहीं टूटता। ऐसे में वे जनता को पसंद न आने वाले अनुचित निर्णय लेते हैं। राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है और सर्वदलीय बैठक की परंपरा रही है, लेकिन कांग्रेस ने इसे तोड़ा है। यह जनता और भाजपा दोनों की नजर में निंदनीय है।
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बिहार में आम चुनाव से पहले राहुल गांधी और तेजस्वी यादव द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माताजी के लिए अभद्र शब्दों के इस्तेमाल पर उन्होंने कहा कि इन लोगों ने जिस प्रकार के शब्दों का प्रयोग किया, उसकी पूरे देश ने निंदा की है। विपक्ष को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
गहलोत ने गवर्नमेंट ग्रांटेड एनजीओ के बारे में बताते हुए कहा कि इनका समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है। उनकी देखरेख भी होती है। जिन पर शिकायत आती है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। कई एनजीओ बंद भी किए गए हैं। भविष्य में भी यदि शिकायत मिलती है तो अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
2021 की एसआई भर्ती परीक्षा रद्द किए जाने के हाईकोर्ट के निर्णय पर बयान देते हुए उन्होंने कहा कि नकल माफिया का मामला कांग्रेस सरकार के समय सामने आया था। उस समय कांग्रेस नेताओं ने भ्रष्टाचार किया। हमारी सरकार ने आते ही एसआईटी का गठन कर नकल माफिया पर नकेल कसी और फर्जी पाए गए उम्मीदवारों पर कार्रवाई की। इस पर कल फैसला आया है, जिस पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में चर्चा के बाद निर्णय होगा।
गहलोत ने कहा कि यह क्रेडिट लेने का विषय नहीं है। राजस्थान की परंपरा रही है कि न्यायालय का फैसला सर्वमान्य होता है। इसलिए इसमें श्रेय लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। किरोड़ीलाल मीणा और हनुमान बेनीवाल विवाद पर उन्होंने कहा कि यह विवाद दोनों नेताओं के बीच का है, इसलिए टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। लोकतांत्रिक व्यवस्था में पारदर्शिता और ईमानदारी आवश्यक है। जो लोग इस काले खेल में शामिल हैं, जनता उन्हें पहचानती है और जवाब भी देगी।
गहलोत ने कहा कि संघ हमेशा भाजपा को सलाह देने का काम करता है। देश और राजस्थान में किस तरह समन्वय के साथ काम हो, इसी विषय पर चर्चा की जाएगी।