पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद पूरे देश में उत्सव का माहौल है। इसी क्रम में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए शहर में आतिशबाजी की और एक-दूसरे को जीत की बधाई दी। शहरवासियों ने कहा कि दुश्मन के घर में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह करना देश के लिए गौरव की बात है। कोटा अदालत परिसर में अधिवक्ताओं ने भी भारत के समर्थन में नारे लगाए और आतिशबाजी की।
युद्ध की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल
जिले में संभावित युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई। कोटा सर्किट हाउस में हुई इस मॉक ड्रिल में संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिला कलेक्टर, शहर पुलिस अधीक्षक सहित कई विभागों के अधिकारी शामिल रहे। मॉक ड्रिल की शुरुआत हवाई हमले की चेतावनी वाले सायरन से हुई, जिसके बाद राहत और बचाव कार्यों का अभ्यास किया गया। शहर की सड़कों पर एक के बाद एक एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां दौड़ती रहीं। पुलिस द्वारा चौराहों पर बैरिकेड्स लगाकर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया और अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया।
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कोटा जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी और शहर एसपी डॉ. अमृता दुहान ने बताया कि आम नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है और युद्ध जैसी परिस्थिति में उन्हें सुरक्षित रखना प्रशासन की प्राथमिकता है। मॉक ड्रिल का उद्देश्य ऐसी स्थितियों में विभागों की तैयारियों की जांच करना था। उन्होंने बताया कि इस दौरान जो कमियां सामने आई हैं, उन्हें दूर किया जाएगा।
मॉक ड्रिल के लिए कुल छह टीमें गठित की गई थीं, जिनमें से दो टीमों को संवेदनशील क्षेत्र रावतभाटा और बूंदी में भेजा गया, जबकि चार टीमें कोटा मुख्यालय पर तैनात रहीं। सभी टीमें एमएफआर, सीएससीआर, सीबीआरएडी और बाढ़ से संबंधित उपकरणों से लैस थीं। मॉक ड्रिल के दौरान सभी टीमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार रहीं।