राजस्थान के नागौर जिले के थांवला थाना क्षेत्र के कारबालों की ढाणी में रविवार सुबह करीब 12 लोग लाठियां, कुल्हाड़ियां और पत्थर लेकर एक परिवार पर टूट पड़े। हमले में 70 साल के बुजुर्ग आशूराम के सिर पर गंभीर चोटें आईं। उनके दोनों हाथ-पैर टूट गए। परिवार की महिलाएं और 9 साल की मासूम परीधि तक नहीं बचीं। पूरी वारदात मोबाइल फोन में कैद हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया।
पीड़ित शिवराज कारबाला ने बताया कि कुछ दिन पहले पड़ोसी सुखाराम के परिवार से रंजिश के चलते थाने में मामला दर्ज हुआ था, जिसका ग्रामीणों की पंचायत में राजीनामा हो गया था। सुखाराम पक्ष मन ही मन बदला लेने की फिराक में था। रविवार सुबह करीब 7 बजे सुखाराम के बेटे महेंद्र ने खेत में फव्वारा चलाया, जिसका पानी शिवराज के मवेशी बाड़े में घुस आया। जब शिवराज की पत्नी रेखा देवी ने फव्वारा हटाने को कहा तो पहले गाली-गलौच हुई और फिर देखते-ही-देखते सुखाराम, चेनाराम, गमलादेवी, मनीष, विनोद, भीखाराम, जोराराम, जगदीश, संजुदेवी, कैलादेवी, किलूदेवी, किरणदेवी, नौरतीदेवी, राधेश्याम, शैतान, सुमन, योगेश, पलक और दीपिका सहित करीब 18-20 लोग हथियारों सहित घर में घुस आए।
मारपीट इतनी बेरहमी से हुई कि बुजुर्ग आशूराम लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। रेखा देवी, मोड़ी देवी, 9 साल की परीधि और दिनेश को भी चोटें आईं। वीडियो बनाने वाले बच्चों हिमांशु और विकास को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। पीड़ित परिवार का साफ आरोप है कि हमलावर जान से मारने की नीयत से आए थे।
शिवराज ने बताया, “हमने थांवला थाने में सभी 19 नामजद लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने आरोपियों को बुलाया और सिर्फ दो घंटे में छोड़ दिया। अब खुले आम धमकियां मिल रही हैं। हम रात को सो भी नहीं पा रहे।” आंसुओं से भरी आंखों से रेखा देवी बोलीं, “महिलाओं-बच्चों-बुजुर्गों को भी नहीं बख्शा। हम सब डरे हुए हैं, कब फिर हमला हो जाए, पता नहीं।”
दूसरी तरफ सुखाराम पक्ष ने भी शिवराज परिवार पर पलट मारपीट का मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की है, लेकिन पीड़ित परिवार पुलिस की निष्क्रियता से बेहद नाराज है और ऊंचे अधिकारियों से गुहार लगा रहा है।
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जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छवा ने बताया कि थांवला में मामूली विवाद को लेकर मारपीट हुई थी। 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच जारी है। अलग से टीमें गठित की गई हैं। यदि आरोपी धमकी दे रहे हैं तो सख्त कार्रवाई होगी। फिलहाल गांव में तनाव का माहौल है। पीड़ित परिवार न्याय की आस लिए पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारियों के पास चक्कर काट रहा है, वहीं वायरल वीडियो ने पूरे मामले को नया मोड़ दे दिया है।