सवाई माधोपुर जिले में बेमौसम बारिश का दौर लगातार जारी है। रविवार सुबह से ही सवाई माधोपुर और आसपास के इलाकों में रिमझिम फुहारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बारिश ने जहां कुछ किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है, वहीं कई किसानों के लिए चिंता की वजह भी बन गई है।
कहीं राहत तो कहीं चिंता, बारिश से खेतों में दोहरी स्थिति
किसानों के अनुसार, इस बारिश से उन खेतों में फायदा हो रहा है, जहां नई फसल के लिए बीज बो दिए गए हैं और वे अंकुरित हो चुके हैं। ऐसी फसलों के लिए यह बरसात वरदान साबित हो रही है, क्योंकि इससे मिट्टी में नमी बनी रहेगी और पौधों की वृद्धि तेज होगी।
हालांकि कई जगहों पर खेतों में पानी अभी पूरी तरह सूखा नहीं है और कुछ किसानों ने बुवाई भी नहीं की है। ऐसे किसानों को इस बारिश से नुकसान का खतरा बढ़ गया है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, जिन किसानों ने हाल ही में बीज डाले हैं, उनके बीज लगातार भीगने से गलने की आशंका भी जताई जा रही है।
मौसम में ठंडक, लेकिन बढ़ रहे बीमारियों के मामले
लगातार रिमझिम बारिश से मौसम सुहावना जरूर बन गया है, लेकिन तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई है। दिन के तापमान में गिरावट के साथ ठंडी हवाओं के कारण लोगों को ठंड का अहसास होने लगा है।
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वहीं, मौसम में अचानक आए इस बदलाव का असर स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। अस्पतालों में जुकाम, बुखार और सर्दी-खांसी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। चिकित्सकों ने लोगों को बारिश से बचाव और खानपान में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
‘48 घंटे और रह सकता है ऐसा ही मौसम’
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि सवाई माधोपुर और आसपास के इलाकों में अगले 48 घंटे तक इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है। हल्की से मध्यम बारिश के साथ तापमान में और गिरावट आ सकती है। विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे फसलों और बीजों की सुरक्षा को लेकर आवश्यक एहतियात बरतें।
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