देशभर में आज करवा चौथ का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सीकर की शहीद वीरांगना संतोष ने भी अपने पति की आत्मा की शांति के लिए आज करवा चौथ का व्रत किया है। कारगिल के युद्ध में संतोष के पति बनवारी लाल बगड़िया 15 मई 1999 के दिन शहीद हो गए थे। पति भले ही शहीद हो, लेकिन संतोष पति की शहादत के बाद से लगातार आज तक करवा चौथ का व्रत करती हैं।
संतोष बताती हैं कि उनके पति बनवारी लाल बगड़िया 15 मई 1999 को कारगिल के युद्ध में दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे। पति के शहीद होने के बाद संतोष ने एक भी करवा चौथ का व्रत नहीं छोड़ा। आज भी करवा चौथ के दिन वह सजधज कर पति की तस्वीर के सामने तमाम वह परंपराएं निभाती हैं, जो एक सुहागन महिला करती हो।
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संतोष बताती हैं कि भले ही अब मेरे पति इस दुनिया में नहीं है, लेकिन वह देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए हैं। इसलिए मेरे पति तो आज भी मेरे लिए अमर है। मैं हर करवा चौथ को एक सुहागन महिला की तरह ही मनाती हूं। अपने पति की याद में नहीं बल्कि देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर आने वाले सभी सैनिकों को श्रद्धांजलि के रूप में यह करवा चौथ का व्रत करती हूं।
बता दें कि राजस्थान का शेखावाटी एरिया जिसमें सीकर, चुरू और झुंझुनू एरिया आते हैं। यहां से सबसे ज्यादा सैनिक भारत की तीनों सेनाओं में नौकरी कर रहे हैं। देश की हिफाजत करते हुए शहीद होने वाले सैनिकों की संख्या भी इसी क्षेत्र की ज्यादा है।