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हिमालय की संवेदनशीलता को देखते हुए विकास एवं पर्यावरण के बीच सामंजस्य जरूरी
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग की ओर से भूगोलवेत्ताओं के संस्थान (आईआईजी) का 46वां वार्षिक अधिवेशन एवं “डायनेमिक अर्थ, फैजाइल एनवायरनमेंट एंड पाथ टू क्लाइमट रेजिलिएंट सोसायटी” विषय पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार संपन्न हो गया है। समापन समारोह में वक्ताओं ने हिमालय की संवेदनशीलता को देखते हुए इसके संरक्षण के लिए विकास एवं पर्यावरण के बीच सामंजस्य बनाए रखने पर जोर दिया। सेमिनार के आखिरी दिन तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया। इस दौरान डॉ. सागर को यंग भूगोलवेत्ता अवार्ड से सम्मानित किया गया।
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