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VIDEO: डीवीवीएनएल अधिकारियों की हरकत...असेसमेंट आधा कर कारोबारी को पहुंचाया लाभ, एसई और एक्सईएन निलंबित
आगरा में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक नितीश कुमार ने विद्युत वितरण मंडल फतेहाबाद के अधीक्षण अभियंता (एसई) और विद्युत वितरण खंड बाह के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) को निलंबित कर दिया है। आरोप है कि दोनों ने ही पूर्व में तैनात रहे एक्सईएन के साथ मिलकर बिना एमडी से अनुमति लिए चंद्रपुर कमतरी निवासी कारोबारी के केमिकल उद्योग में पकड़ी गई बिजली चोरी का असेसमेंट 60 लाख के घटाकर 30 लाख कर दिया। इसमें 16 लाख रुपये जमा भी करा लिए। हालांकि मामला एमडी तक पहुंचा तो उन्होंने कार्रवाई कर दी। बिजली विभाग और विद्युत प्रवर्तन दल ने 19 जून 2023 को चंद्रपुर कमतरी निवासी सौरभ अग्रवाल की मेसर्स गंगा केमिकल इंडस्ट्रीज में बिजली चोरी पकड़ी थी। मामले में बिजली चोरी निरोध थाना कमला नगर में एफआईआर दर्ज की गई। साथ ही राजस्व निर्धारण के लिए विभाग ने प्रक्रिया शुरू की। शुरुआती दौर में यह कर निर्धारण 60.61 लाख रुपये बना। हालांकि इस बीच उद्योग संचालक हाईकोर्ट चला गया। वहां से दोबारा पक्ष सुनने और असेसमेंट के लिए निर्देश मिले तो तत्कालीन एक्सईएन बाह खंड रुद्रेश पांडेय ने असेसमेंट पर सुनवाई शुरू की। सूत्रों के अनुसार रुद्रेश ने इस दौरान कारोबारी की कुछ बातों को सही मानते हुए असेसमेंट को 30.39 लाख रुपये करने का प्रस्ताव बना दिया। इस बीच अप्रैल 2025 में रुद्रेश पांडेय का तबादला पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में हो गया। नए एक्सईएन रॉबिन सिंह ने उसी प्रस्ताव पर बिना दोबारा मंथन किए तीस लाख रुपये की संस्तुति के साथ मंजूरी के लिए फाइल एसई फतेहाबाद मंडल दूधनाथ प्रसाद को भेज दी। नियमानुसार दो लाख से ज्यादा का रिवीजन होने पर असेसमेंट की फाइल पर एमडी की मंजूरी लेनी होती है, लेकिन एसई दूधनाथ प्रसाद ने अपने स्तर से ही मंजूरी दे दी। इसके बाद मामले में 16 लाख रुपये जमा भी हो गए। हालांकि इस बीच प्रकरण की जानकारी एमडी कार्यालय को मिली तो जांच शुरू हो गई। जांच में आरोप सही मिलने पर एमडी ने दोनों को निलंबित कर दिया।
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