भारत और अर्जेंटीना खनिज, व्यापार एवं निवेश और उर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के बीच द्विपक्षीय बैठक के दौरान इन क्षेत्रों के साथ अन्य कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर व्यापक चर्चा हुई। पीएम मोदी पांच देशों की अपनी यात्रा के तीसरे चरण में दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार की रात ब्यूनस आयर्स पहुंचे थे। शनिवार को उनकी राष्ट्रपति माइली के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की द्विपक्षीय वार्ता हुई। माना जा रहा है कि यह बातचीत मुख्य रूप से व्यापार, निवेश, ऊर्जा, कृषि और महत्वपूर्ण खनिजों सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में भारत-अर्जेंटीना संबंधों को विस्तारित करने पर केंद्रित रही।
फरवरी, 2019 में अर्जेंटीना के तत्कालीन राष्ट्रपति मौरिसियो मैक्री की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच संबंध रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ गए थे।दोनों पक्ष व्यापार, रक्षा, महत्वपूर्ण खनिज, तेल एवं गैस, परमाणु ऊर्जा, कृषि, सांस्कृतिक और प्रौद्योगिकी जैसे कई प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच खनिज संसाधन क्षेत्र में महत्वपूर्ण सहयोग है, विशेष रूप से लिथियम में - जो भारत के हरित ऊर्जा परिवर्तन के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है। इसको लेकर अगस्त 2022 में समझौता ज्ञान पर हस्ताक्षर किए गए थे। समझौता ज्ञापन के ढांचे के तहत गठित संयुक्त कार्य समूह की पहली बैठक जनवरी में हुई थी।
भारत-अर्जेंटीना द्विपक्षीय व्यापार में तेजी आई है। 2019 से 2022 तक तीन वर्षों में व्यापार की मात्रा दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है, जो 2022 में 6.4 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। 2021 और 2022 में भारत अर्जेंटीना का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। 2024 में भारत और अर्जेंटीना के बीच कुल वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार 5.23 अरब डॉलर था, जिससे भारत अर्जेंटीना का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और निर्यात गंतव्य बन गया।
इससे पहले, अर्जेंटीना गणराज्य के राष्ट्रपति जेवियर माइली के निमंत्रण पर आधिकारिक यात्रा पर ब्यूनस आयर्स पहुंचे पीएम मोदी का एजीजा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर औपचारिक स्वागत किया गया, वहां पर बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय भी जुटे थे।