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Israel Iran Conflict: Gulf countries on high alert after US attack on Iran, tension of these countries increas
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Israel Iran Conflict: ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद हाई अलर्ट पर खाड़ी देश, इन देशों की बढ़ी टेंशन!
वीडियो डेस्क, अमर उजाला डॉट कॉम Published by: भास्कर तिवारी Updated Mon, 23 Jun 2025 03:35 AM IST
ईरान और इस्राइल के बीच जारी जंग में अमेरिका की एंट्री के बाद पूरे पश्चिम एशिया में तनाव काफी बढ़ चुका है। रविवार तड़के अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को अपना निशाना बनाया। वहीं ईरान के जवाबी हमले की आशंकाओं के बीच सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत और कतर जैसे खाड़ी के कुछ देश हाई अलर्ट हैं। सऊदी अरब के अलावा यूएई, कुवैत, बहरीन और कतर में अमेरिका ने सैन्य ठिकाने बना रखे हैं, जिन पर ईरान कभी भी हमला कर सकता है। ईरान ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर अमेरिका ने उसके ऊपर हमला किया तो वह खाड़ी देशों में मौजूद अमेरिका के सैन्य ठिकानों को अपना निशाना बनाएगा। बहरीन में अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़े का मुख्यालय स्थित है। जबकि, सऊदी अरब और कुवैत के साथ-साथ पड़ोसी कतर और यूएई में भी अमेरिकी सैन्य अड्डे हैं। यूएई की सरकारी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इन खाड़ी देशों के नेताओं ने रविवार को पश्चिम एशिया के हालात पर चर्चा की।
दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक सऊदी अरब भी हाई अलर्ट पर है। बहरीन ने अपने लोगों से सड़कों से दूर रहने की अपील की है। कुवैत ने कहा कि उसकी रक्षा परिषद स्थायी सत्र में रहेगी। कुवैत के मंत्रालय परिसर में आश्रय स्थल स्थापित किए हैं। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, यूएई के राष्ट्रपति और कतर के अमीर ने पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अपने-अपने देशों में मेजबानी की थी। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रविवार को कहा कि अगला कदम ईरानी सरकार को उठाना है। एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में रुबियो ने कहा, 'अगर शासन शांति चाहता है, तो हम शांति के लिए तैयार हैं।
अगर वे कुछ और करना चाहते हैं, तो वे अविश्वसनीय रूप से असुरक्षित हैं। वे अपने स्वयं के हवाई क्षेत्र की भी रक्षा नहीं कर सकते।' मार्को रुबियो ने क्षेत्र के उन देशों पर ईरानी हमलों के खिलाफ भी चेतावनी दी, जो अमेरिकी सैन्य बलों की मेजबानी करते हैं। रुबियो ने आगे कहा, 'यही कारण है कि वे वहां हैं। वे सभी ठिकाने वहां इसलिए हैं क्योंकि उन देशों को डर है कि ईरान उन पर हमला कर देगा।' 'वे ठिकाने वहां इसलिए हैं क्योंकि वे देश डरे हुए हैं।' रूस ने रविवार को ईरान में तीन परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा की, और कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और यूएनएससी प्रस्तावों का घोर उल्लंघन करता है।अमेरिका ने आज तड़के सुबह ईरान में तीन प्रमुख परमाणु स्थलों - फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर बमबारी की, जिससे वह खुद को इस्राइल-ईरान संघर्ष में ले आया। एक बयान में, रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा, 'किसी संप्रभु राज्य के क्षेत्र को मिसाइल और बम हमलों के अधीन करने का गैर-जिम्मेदाराना निर्णय, चाहे कोई भी तर्क इस्तेमाल किया जाए, अंतर्राष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का घोर उल्लंघन करता है, जिसने पहले स्पष्ट रूप से ऐसी कार्रवाइयों को अस्वीकार्य बताया था।' अमेरिका का नाम लिए बिना, मंत्रालय ने कहा कि यह 'विशेष रूप से चिंताजनक" है कि हमले "एक ऐसे देश द्वारा किए गए जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है।
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