कनाडा के कनानास्किस में चल रहे 51वें जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और फ्रांस के अच्छे रिश्ते की बानगी देखने को मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जब आमने-सामने आए तो शुरुआत गर्मजोशी से हुई। दोनों एक दूसरे को गले मिले और हल्के ठहाके भी लगाए। लेकिन कुछ ही देर बाद बातचीत का मूड गंभीर हो गया। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच यह द्विपक्षीय बैठक जी-7 के इतर हुई है। इसमें दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें जलवायु परिवर्तन, वैश्विक सुरक्षा, तकनीकी सहयोग और कई संवेदनशील विषय शामिल थे।
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ बातचीत हमेशा सुखद होती है। हमने कई वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए। भारत और फ्रांस मिलकर धरती के हित में काम करते रहेंगे। आपको बता दें कि यह मुलाकात केवल एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि भारत और फ्रांस के मजबूत रणनीतिक संबंधों का प्रतीक भी रही। पीएम मोदी और मैक्रों की इस मुलाकात की शुरुआत भले ही दोस्ताना अंदाज में हुई, लेकिन बातचीत में मुद्दे गंभीर थे। ग्लोबल डिप्लोमेसी के इस मंच पर भारत ने फिर से यह स्पष्ट किया कि वह केवल दर्शक नहीं, एक सक्रिय, जिम्मेदार और संतुलनकारी ताकत है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात की है। इटली की पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ सोशल मीडिया पर एक तस्वीर भी शेयर की है, जिसपर पीएम मोदी का रिएक्शन आया है। मेलोनी ने पीएम मोदी से मुलाकात की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की और लिखा कि इटली और भारत के बीच मजबूत दोस्ती है। इस पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं। भारत और इटली की दोस्ती और मजबूत होगी और यह हमारे लोगों के हित में होगी।