{"_id":"69445961f8f079946f052c78","slug":"the-play-thief-who-is-the-thief-received-a-round-of-applause-gorakhpur-news-c-7-gkp1038-1169118-2025-12-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Gorakhpur News: नाटक ‘चोर, कौन चोर’ ने बटोरीं तालियां","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Gorakhpur News: नाटक ‘चोर, कौन चोर’ ने बटोरीं तालियां
विज्ञापन
रूपांतर नाट्य मंच द्वारा बौद्ध अंग्रहालय में आयोजित नाटक: चोर कौन चोर, का मंचन करते कलाकार ।संव
विज्ञापन
-दारियो फो की मध्यमवर्गीय विडंबना और विद्रूपता का किया सशक्त मंचन
संवाद न्यूज एजेंसी
गोरखपुर। रूपांतर नाट्य मंच ने नाट्य प्रस्तुतियों की शृंखला में नाटककार दारियो फो के नाटक वर्चुअस ब्लरगर का हिंदी रूपांतरण ‘चोर, कौन चोर’ का बौद्ध संग्रहालय में बृहस्पतिवार को मंचन हुआ।
नाटक की कहानी एक चोर (प्रखर कृष्ण त्रिपाठी) के इर्द-गिर्द घूमती है। वह चोरी के इरादे से एक सूने मकान में प्रवेश करता है। वहां मकान मालिक (आदित्य राजन) पत्नी की जगह अपनी महिला मित्र (निकिता श्रीवास्तव) के साथ मौजूद होता है। चोर की पत्नी (श्वेता शर्मा) का पति पर शक और मकान मालिक की उलझी स्थिति नाटक को हास्यास्पद मोड़ों तक ले जाती है।
नाटक में निर्देशक अपर्णेश मिश्र ने अपेक्षाकृत नए कलाकारों से भी प्रभावशाली अभिनय निकलवाया। सहायक निर्देशन में आदित्य राजन की गंभीर नाट्य समझ स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुई। मंच सज्जा पंकज सैनी एवं ऋचा मालवीय ने की। रूप-सज्जा का दायित्व सृष्टि गौड़ और निशीकांत पांडेय ने निभाया।
सुप्रसिद्ध रंगकर्मी सुनील जायसवाल और रवि कुमार सिंह के संयोजन में प्रस्तुत इस नाटक को दर्शकों की भरपूर तालियां और प्रशंसा मिली। संस्था के सचिव निशीकांत पांडेय ने आभार व्यक्त किया।
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
गोरखपुर। रूपांतर नाट्य मंच ने नाट्य प्रस्तुतियों की शृंखला में नाटककार दारियो फो के नाटक वर्चुअस ब्लरगर का हिंदी रूपांतरण ‘चोर, कौन चोर’ का बौद्ध संग्रहालय में बृहस्पतिवार को मंचन हुआ।
नाटक की कहानी एक चोर (प्रखर कृष्ण त्रिपाठी) के इर्द-गिर्द घूमती है। वह चोरी के इरादे से एक सूने मकान में प्रवेश करता है। वहां मकान मालिक (आदित्य राजन) पत्नी की जगह अपनी महिला मित्र (निकिता श्रीवास्तव) के साथ मौजूद होता है। चोर की पत्नी (श्वेता शर्मा) का पति पर शक और मकान मालिक की उलझी स्थिति नाटक को हास्यास्पद मोड़ों तक ले जाती है।
विज्ञापन
विज्ञापन
नाटक में निर्देशक अपर्णेश मिश्र ने अपेक्षाकृत नए कलाकारों से भी प्रभावशाली अभिनय निकलवाया। सहायक निर्देशन में आदित्य राजन की गंभीर नाट्य समझ स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुई। मंच सज्जा पंकज सैनी एवं ऋचा मालवीय ने की। रूप-सज्जा का दायित्व सृष्टि गौड़ और निशीकांत पांडेय ने निभाया।
सुप्रसिद्ध रंगकर्मी सुनील जायसवाल और रवि कुमार सिंह के संयोजन में प्रस्तुत इस नाटक को दर्शकों की भरपूर तालियां और प्रशंसा मिली। संस्था के सचिव निशीकांत पांडेय ने आभार व्यक्त किया।
