लखनऊ: एलडीए में नया भूखंड घोटाला, 19 की जांच शुरू, 25 करोड़ की जमीनों का मामला
एलडीए में नया भूखंड घोटाला सामने आया है। यह 25 करोड़ की जमीनों का मामला बताया जा रहा है। अपर सचिव ने आवंटन व रजिस्ट्री की फाइलें मांगी हैं।

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फर्जी साइन कर 13 भूखंड, भवन बेचने की जांच अभी पूरी भी नहीं हो पाई थी कि एलडीए में भूखंड घोटाले में नए कारनामे खुल गए हैं। अब बिना जरूरी अनुमोदन के 19 भूखंडों के आवंटन और रजिस्ट्री के प्रकरण सामने आने के बाद जांच शुरू कराई गई है। ये भूखंड भी गोमतीनगर योजना के ही हैं।

अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि इन भूखंडों के आवंटन, रजिस्ट्री से जुड़ी फाइलें संपत्ति विभाग से मांगी गई थीं। मिले दस्तावेजों और रजिस्ट्री की शुरूआती जांच में अनियमितताएं मिली हैं। अब इनकी व्यापक जांच शुरू कराई जा रही है।
जिन संपत्तियों की रजिस्ट्री सामने आई हैं, उनका सत्यापन निबंधन कार्यालय से कराने के बाद ही एलडीए आगे की विधिक कार्यवाही करेगा। जिन प्रकरण में जाली दस्तावेज का इस्तेमाल मिलेगा, उनमें एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। वहीं, बिना आवंटन पर संपत्तियों की रजिस्ट्री निरस्त कराई जाएंगी। विनम्रखंड, वास्तुखंड, विराजखंड, विराटखंड, विकल्पखंड, विक्रांतखंड के इन भूखंडों की कीमत करीब 25 करोड़ रुपये है।
छह माह में 100 से अधिक भूखंड़ पकड़े
छह महीने में सचिव पवन गंगवार, अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने 100 से अधिक ऐसे भूखंड व भवन के आवंटन व रजिस्ट्री पकड़ी हैं, जिनमें जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल मिला। इन मामलों में एफआईआर कराने के अलावा नक्शे निरस्त करने और संपत्तियों पर कब्जा वापस लेने तक की कार्रवाई एलडीए को करनी पड़ी।
एक बाबू के अलावा जाली दस्तावेज से भूखंड बेचने वाले गैंग में शामिल चार बाहरियों को भी जेल भेजा जा चुका है। इनके अलावा 498 संपत्तियों के कंप्यूटर रिकॉर्ड में बदलाव की जांच भी पुलिस कर रही है। इसमें एलडीए में काम करने वाली एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ ही एफआईआर कराई गई थी।