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बुंदेलखंड के कई गांवों में फर्जीवाड़ा: पूरा गांव 747 हेक्टेयर का, फसल बीमा करा लिया 1138 हेक्टेयर का
चंद्रभान यादव, अमर उजाला, लखनऊ
Published by: ishwar ashish
Updated Fri, 19 Dec 2025 08:53 AM IST
सार
फसल बीमा योजना में बुंदेलखंड के कई गांवों में फर्जीवाड़ा सामने आया है। जहां पर मौजूद जमीन से चार गुना खेत का बीमा करवाया गया और क्लेम हड़प लिया गया।
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- फोटो : amar ujala
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विस्तार
बुंदेलखंड में फसल बीमा योजना में हर स्तर पर मनमानी हुई। कहीं ग्राम सभा के कुल क्षेत्रफल से तीन से चार गुना अधिक जमीन का बीमा करा लिया गया है तो कहीं एक इंडस्ट्रियल एरिया की जमीन पर दो-दो लोगों ने क्लेम ले लिया।
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अमर उजाला संवाददाता ने गांवों में पड़ताल की तो चौंकाने वाले ये खुलासे हुए। बानगी के तौर पर पेश है महोबा के लुहारी ग्राम सभा का मामला.... यहां कुल क्षेत्रफल 747.364 हेक्येटर है। यहां खरीफ 2024 में 396 किसानों ने 1138 हेक्टेयर का बीमा कराया। व्यक्तिगत दावे से 1.35 करोड़ और फसल कटाई प्रयोग से 47 लाख बीमा क्लेम लिया। इसी तरह खरीफ 2025 में 686 किसानों ने क्षेत्रफल से करीब चार गुना खेत 2880.06 हेक्टेयर का बीमा कराया। हालांकि इस मामले में क्लेम रोक लिया गया है।
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ग्रामीण बोले- बीमा प्रक्रिया से जुड़े हर अधिकारी व कर्मचारी मनमानी में भागीदार
अमर उजाला संवाददाता ने जब ग्रामीणों से गांवों के रकबे के बारे में पूछा तो किसान खतौनी दिखाने लगे। लुहारी के किसान राम सामुझ ने आरटीआई से ग्राम सभा का पूरा ब्योरा निकाल रखा है। दस्तावेज दिखाते हुए वह सवाल खड़ा करते हैं कि उनके ग्राम सभा में कुल क्षेत्रफल से चार गुना अधिक बीमा क्लेम लिया गया। महुआ के अरविंद राजपूत भी पूरी कहानी सिलसिलेवार बताते हैं। वह भटेवराकला का उदाहरण देते हैं।
बताते हैं कि खरीफ 2024 में दोगुना क्षेत्रफल का बीमा क्लेम लिया गया। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो खरीफ 2025 में ग्राम सभा के क्षेत्रफल से चार गुना अधिक जमीन पर बीमा कराया गया। झांसी के किसान अजित बताते हैं कि इंडस्ट्रियल एरिया में जितनी जमीन गई है, उस पर किसी न किसी ने बीमा क्लेम ले लिया है। मदन मोहन राजपूत और उनके साथ मौजूद अन्य किसान दावा करते हैं कि यह खेल कई वर्षों से चल रहा है। बीमा की प्रक्रिया से जुड़े हर अधिकारी व कर्मचारी इस मनमानी में भागीदार हैं।
महोबा में फर्जीवाड़े की तस्वीर
केस - 1: बीमा कंपनी, राजस्व कर्मचारियों और दलालों की सांठगांठ महोबा के चरखारी के भटेवराकला गांव में सामने आई। गांव का क्षेत्रफल क्षेत्रफल 1129.377 है। यहां खरीफ 2024 में 499 किसानों ने 1534.770 हेक्टेयर में बीमा कराकर 78 लाख का क्लेम लिया। खरीफ 2025 में 673 किसानों के नाम 3171.68 हेक्टेयर बीमा कराया गया है, जो वास्तविक क्षेत्रफल से 2042.303 हेक्टेयर अधिक है।
केस- 2: पनवाड़ी के लोदीपुरा के ग्राम समिरिया में चकबंदी चल रही है। इसका क्षेत्रफल 345.64 हेक्टेयर है। यहां खरीफ 2024 में 147 किसानों ने 383.53 हेक्टेयर का बीमा कराया और 1.19 करोड़ का बीमा लिया। खरीब 2025 में 1524.74 हेक्टेयर का बीमा कराया गया, जो कुल रकबा का पांच गुना है।
केस- 2: पनवाड़ी के लोदीपुरा के ग्राम समिरिया में चकबंदी चल रही है। इसका क्षेत्रफल 345.64 हेक्टेयर है। यहां खरीफ 2024 में 147 किसानों ने 383.53 हेक्टेयर का बीमा कराया और 1.19 करोड़ का बीमा लिया। खरीब 2025 में 1524.74 हेक्टेयर का बीमा कराया गया, जो कुल रकबा का पांच गुना है।
