महंत आदित्यनाथ बोले- पश्चिमी यूपी को नहीं बनने देंगे कश्मीर
यूपी चुनाव में भाजपा व इसके नेता हर मौके पर राम मंदिर का मुद्दा उठा रहे हैं। गोरखपुर से सांसद महंत आदित्यनाथ ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि अयोध्या, मथुरा व काशी हमारे लिए आस्था का विषय हैं। अयोध्या में अब तक जो भी हुआ वो राम भक्तों ने किया, आगे भी वही करेंगे।
महंत ने कहा, हम शोषण के खिलाफ आवाज उठाते हैं तो हमें साम्प्रदायिक कहा जाता है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी यूपी को हम कश्मीर नहीं बनने देंगे।
वहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी हमला बोला। कहा कि प्रदेश में लगभग 30 जिलों में अवैध खनन कराकर लाखों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है। इसमें लगभग 10 जिलों में खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने यह कार्य किया। शेष 20 में मुख्यमंत्री के निकटवर्ती लोग खनन भ्रष्टाचार में लिप्त थे।
इसके कारण आम जनता को रेत एवं मोरंग महंगे दामों पर खरीदनी पड़ी। खनन घोटाले के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होना तो दूर आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति को सपा-कांग्रेस गठबंधन ने प्रत्याशी बना दिया। महंत ने पूछा कि मुख्यमंत्री बताएं इसका जवाबदेह कौन है?
पिछले 14 वर्षों से यूपी में अराजकता का माहौल
आदित्यनाथ ने कहा कि गत 14 वर्षों में सपा, बसपा के कुशासन ने यूपी में अराजकता का माहौल पैदा किया। भ्रष्टाचार बढ़ाया। किसान बदहाल हुआ है और नौजवान बेरोजगार। प्रदेश ने अपनी पहचान खोई है। किसान आत्महत्या को मजबूर हुआ है।
इस कुशासन से मुक्ति अत्यंत आवश्यक है। भाजपा ने संकल्प पत्र में गांव, गरीब, किसान, नौजवान की बात कही है। कानून-व्यवस्था सुदृढ़ करने और माता-बहनों की सुरक्षा के लिए अलग से दल गठित करने की बात कही है। छेड़खानी रोकने के लिए एंटी रोमियो दल व स्नातक तक महिला शिक्षा निशुल्क करने की बात कही है।
सीएम से रोज एक सवाल
महंत ने कहा कि यूपी के सीएम ने एक बड़ा राजनीतिक ड्रामा कराया। अपनी विफलताओं को ढकने के लिए शरारतपूर्ण चेष्टा की है। इसलिए भाजपा अखिलेश यादव से रोजाना एक सवाल पूछेगी। हरियाणा में एक भर्ती घोटाले के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला जेल में बंद हुए। यूपी में तो ऐसी कोई भर्ती नहीं हुई, जिसमें घोटाला नहीं हुआ हो।
पश्चिमी यूपी को किया बदहाल
महंत ने कहा कि वेस्ट यूपी ने विकास के मामले में सूबे को आगे बढ़ाया था, लेकिन सपा व बसपा के शासन में पश्चिम का किसान तबाह हुआ है। नौजवान भटकने को मजबूर हैं।
सरकार के संरक्षण में चल रहे संगठित अपराध और गुंडा तत्वों के कारण सांप्रदायिक हिंसा से संवेदनशील क्षेत्रों में पलायन की समस्या खड़ी हो गई है।
सेक्यूलर के मानक तय होने चाहिए
आदित्यनाथ ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने जो भी योजना बनाई है वह देश के अंतिम व्यक्ति को ध्यान में रखकर बनाई है। उसमें किसी जाति, धर्म को महत्व नहीं दिया। इसके बावजूद भाजपा सरकार को सांप्रदायिक कहा जाता है।
वहीं जिन लोगों ने प्रदेश में 14 वर्षों में प्रत्येक योजना को धर्म व जाति में रखकर बनाया हो वे स्वयं को सेक्यूलर कहते हैं। सेक्यूलर के मानक व कसौटी तय करने की आवश्यकता है।
'आजम को बुद्घि होती तो वो ऐसे बयान नहीं देते'
सांसद ने कहा कि आजम खां को बुद्धि होती तो वो इस तरह के बयान नहीं देते, जिससे कि उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय की फटकार खानी पड़ती।
महत्वपूर्ण पद पर बैठे हुए व्यक्ति के लिए सुप्रीम कोर्ट की फटकार मायने रखती है। मंत्री पद पर बैठा व्यक्ति ऐसा बयान देता है तो लगता है कि सीमाओं का हनन कर रहा है, यह निंदनीय है।