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Chhindwara News: छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस में एक बार फिर विश्वनाथ ओकटे का कद बढ़ा, तीसरी बार मिली जिम्मेदारी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, छिंदवाड़ा
Published by: छिंदवाड़ा ब्यूरो
Updated Sat, 16 Aug 2025 10:00 PM IST
सार
लंबे समय तक गंगाप्रसाद तिवारी के नेतृत्व के बाद संगठन में नई ऊर्जा लाने के लिए ओकटे को मौका मिला। उन्होंने पदभार संभालते ही बूथ स्तर तक निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया और नियमित बैठकों के माध्यम से संगठन को मजबूत किया।
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विश्वनाथ ओकटे।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
जिला कांग्रेस संगठन के पुनर्गठन की प्रक्रिया के बीच आलाकमान ने एक बार फिर विश्वनाथ ओकटे पर भरोसा जताया है। शुक्रवार को जारी सूची में ओकटे का नाम आते ही कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। इससे पहले 10 मार्च 2021 को पहली बार उन्हें यह दायित्व सौंपा गया था। इसके बाद 21 अगस्त 2024 को कार्यकर्ताओं की सक्रियता और संगठन के संचालन में उनके योगदान को देखते हुए फिर से कमान सौंपी गई। अब लगातार तीसरी बार उन्हें जिले की कमान सौंपते हुए पार्टी ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि वह मिशन 2028 की तैयारी पुराने और अनुभवी नेतृत्व के साथ करना चाहती है।
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22 वर्षों तक गंगाप्रसाद तिवारी के हाथों में रही कमान
छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस का इतिहास देखें तो लंबे समय तक गंगाप्रसाद तिवारी ने नेतृत्व संभाला। वे लगभग 22 वर्षों तक जिला कांग्रेस अध्यक्ष रहे। इस दौरान संगठनात्मक मजबूती के साथ कई चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संगठन में नई ऊर्जा और बदलाव की आवश्यकता को देखते हुए वर्ष 2021 में विश्वनाथ ओकटे को पहली बार मौके पर उतारा गया।
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बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को फिर से जोड़ा
ओकटे ने पदभार संभालते ही सबसे पहले बूथ स्तर पर संगठन को सक्रिय करने का अभियान शुरू किया। कई वर्षों से निष्क्रिय चल रहे कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत संपर्क कर उन्हें संगठन से फिर से जोड़ने का प्रयास किया। पार्टी कार्यालय में नियमित बैठकों का क्रम शुरू हुआ और ग्राम स्तर तक संगठन खड़ा करने की दिशा में काम किया गया।
मिशन निकाय और मिशन विधानसभा – यही वजह बनी दोबारा भरोसा
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि आगामी नगर निकाय चुनाव और 2028 के विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी पहले से ही तैयारी प्रारंभ कर चुकी है। ऐसे समय में कोई भी संगठनात्मक प्रयोग करना उचित नहीं माना गया। प्रदेश संगठन का यह भी कहना है कि ओकटे न केवल अनुभवशील नेता हैं, बल्कि कार्यकर्ताओं के बीच उनकी स्वीकार्यता भी बनी हुई है। यही वजह है कि तीसरी बार उनके नाम पर आलाकमान ने मुहर लगाई।
कार्यकर्ताओं में उत्साह, सोशल मीडिया पर शुरू हुआ बधाइयों का सिलसिला
जैसे ही छिंदवाड़ा जिले में यह सूचना पहुंची, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बधाई संदेश पोस्ट करना शुरू कर दिए। कई कार्यकर्ताओं ने ओकटे को “शांत स्वभाव का अनुभवी संगठनकर्ता” बताते हुए कहा कि उनके अनुभव का लाभ आगामी चुनावों में मिलेगा। जिला कांग्रेस नेता ने कहा, “ओकटे जी ने पिछले कार्यकाल में संगठन को एकजुट करने का कार्य किया। तीसरी बार जिम्मेदारी मिलना इस बात का प्रमाण है कि पार्टी नेतृत्व उनके कार्य से संतुष्ट है।” वहीं, स्थानीय स्तर पर भी कई जगह स्वागत की तैयारियां शुरू हो गईं। कहा जा रहा है कि अगले सप्ताह ओकटे जिले में पहुंचेंगे, जहां कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे।
अब संगठन को नई दिशा देने की चुनौती
हालांकि जिम्मेदारी के साथ चुनौतियां भी बढ़ी हैं। जिले में कांग्रेस को आगामी चुनावों में सशक्त प्रदर्शन करने के लिए बूथ स्तर पर और अधिक मजबूती की आवश्यकता होगी। नए पदाधिकारियों के चयन से लेकर संगठन में सक्रियता बनाए रखने तक की जिम्मेदारी सीधे तौर पर ओकटे के कंधों पर होगी।

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