Chandrayaan-3: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग कराकर इतिहास रच दिया है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है। चांद पर चंद्रयान-3 ने कई हैरान करने वाली खोज की है। विक्रम लैंडर ने बीते दिनों चांद पर भूकंप के झटके को महसूस किया था।
Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर को चांद पर क्यों लगा था झटका? जानिए क्या है महारहस्य
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इन्हें 'Earthquake' नहीं बल्कि 'Moonquake' कहा जाता है। धरती के गुरुत्वीय प्रभाव की वजह से चांद पर भूकंप आता है, लेकिन चांद पर आने वाला भूकंप हल्का होता है। अक्सर चंद्रमा पर भूकंप आते रहते हैं। अमेरिका के अपोलो मिशन के दौरान चांद पर भूकंप मापने का उपकरण लगाया गया था।
क्यों जरूरी है चांद पर भूकंप की जांच?
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के इस उपकरण ने साल 1969 से लेकर 1977 के बीच चंद्रमा पर आने वाले भूकंप को मापा था। इस आंकडे से पता चला था कि चांद बेहद सक्रिय है। इससे पहले माना जाता था चंद्रमा सिर्फ निर्जीव पत्थर का टुकड़ा है।
Viral Video: बिच्छुओं की खेती का वीडियो वायरल, देखकर खड़े हो जाएंगे रोंगटे, जहर की कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश
वैज्ञानिकों के मुताबिक, धरती के गुरुत्वीय प्रभाव के अलावा उल्कापिंड के गिरने से भी चांद पर भूकंप के झटके आते हैं। लेकिन सीमित डेटा के कारण वैज्ञानिक पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं हैं कि आखिर चांद पर यह भूकंप आने का क्या कारण है और उसका व्यवहार क्या है।
Ajab-Gajab: महिला पर भूत रख रहा था नजर! शादी की अंगूठी से खुला ऐसा राज, उड़ गए होश
Auto Rickshaw Video: "इसको रेसिंग में लो", ऑटो वाले ने भिड़ाया ऐसा जुगाड़, वीडियो देख खुली रह जाएंगी आंखें
वैज्ञानिकों की चाहत है कि चांद के आसपास भूकंप को मापने वाले वैश्विक नेटवर्क के उपकरण को स्थापित किया जाए, जिससे चांद पर आने वाले भूकंप का तंत्र और उसकी वजह समझ में आ जाएगी। आखिर भूकंप की घटनाएं कब होती हैं? उनका केंद्र क्या होता है? एक जगह आए भूकंप का पूरे चांद पर क्या असर होता है? इस नेटवर्क से पता चल जाएगा।
Viral Video: पाकिस्तानी शख्स का चांद पर जाने का वीडियो वायरल, देखकर कंट्रोल नहीं होगी हंसी