यात्रियों के स्वागत के लिए कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सजा-संवार दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का लोकार्पण किया। इसी के साथ पूर्वांचल के विकास का एक और द्वार खुल गया। एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने से दुनियाभर के बौद्धों को भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल की सुगम यात्रा की सुविधा मिलेगी, जिससे काफी संख्या में पर्यटक आएंगे। इसका लाभ पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के पश्चिमी व उत्तरी हिस्से की करीब दो करोड़ आबादी को भी मिलने का दावा किया जा रहा है। माना जा रहा है कि पर्यटन से स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ केला, स्ट्रॉबरी व मशरूम के निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। बौद्ध सर्किट होने के कारण पर्यटकों की आमद 20 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय बौद्ध तीर्थ स्थल है कुशीनगर
कुशीनगर एक अंतरराष्ट्रीय बौद्ध तीर्थ स्थल है। इस जगह पर भगवान गौतम बुद्ध ने महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था। यह बौद्ध सर्किट का केंद्र बिंदु भी है। इस सर्किट में लुंबिनी, सारनाथ और गया तीर्थस्थल भी शामिल हैं। कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दक्षिण एशियाई देशों के साथ सीधा विमान संपर्क शुरू होगा। श्रीलंका, जापान, ताइवान, दक्षिण कोरिया, चीन, थाईलैंड, वियतनाम, सिंगापुर आदि से आने वाले पर्यटकों के लिए कुशीनगर पहुंचना आसान हो जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के लोकार्पण के बाद उत्तर प्रदेश को कुशीनगर में तीसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सौगात मिलने जा रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार के विकास में इस नए एयरपोर्ट का बहुत बड़ा योगदान रहेगा। पर्यटन के क्षेत्र ढेरों संभावनाएं और रोजगार के व्यापक अवसर उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले कुशीनगर एयरपोर्ट और सभास्थल पर तैयारियों का जायजा लेने आए। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध से जुड़े सर्वाधिक पावन स्थल उत्तर प्रदेश में हैं। आजादी के बाद इन स्थलों का बेहतर विकास होना चाहिए था, पर ऐसा नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री को आभार व्यक्त करते हुए, कहा हम आभारी हैं अपने प्रधानमंत्री के, जिन्होंने आने के साथ ही बौद्ध सर्किट के आधार पर पर्यटन की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का कार्य शुरू कराया। भगवान बुद्ध से जुड़े सभी देशों को उनकी परंपरा के साथ जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि हवाई चप्पल पहने वाला भी हवाई जहाज की यात्रा कर पाएगा। उत्तर प्रदेश के साक्षात दर्शन हो सकते हैं। प्रदेश वर्तमान में देश के अंदर एयरपोर्ट पर कार्य करने वाला राज्य है। हमारे यहां वर्तमान में आठ एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। 2017 के पहले ऐेसे केवल दो एयरपोर्ट थे। एक लखनऊ और दूसरा वाराणसी।
उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के लोकार्पण के अलावा राजकीय मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री के हाथों होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि 1947 से 2016 तक उत्तर प्रदेश में गवर्नमेंट स्तर पर केवल 12 से 15 मेडिकल कॉलेज खुल पाए थे, लेकिन 2017 से लेकर अब तक पिछले साढे़ चार वर्ष में प्रदेश में लगभग 33 नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो रही हैं, जिसमें कुशीनगर का मेडिकल कॉलेज भी एक है। प्रधानमंत्री मोदी के हाथों 25 अक्तूबर को प्रदेश के नौ नए मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरू किया जाएगा। सीएम ने कहा कि इस एयरपोर्ट से भगवान बुद्ध का संदेश पूरी दुनिया में जाएगा।