टोक्यो ओलंपिक में अपना दमखम दिखाने वाले गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा जल्द ही कौन बनेगा करोड़पति-13 के मंच से अपने संघर्ष की कहानी बताते दिखेंगे। सुपरस्टार अमिताभ बच्चन द्वारा होस्ट किए जाने वाले इस रियलिटी शो का प्रोमो रिलीज कर दिया गया है। केबीसी के मंच पर जाने के बाद नीरज ने अमिताभ बच्चन को हरियाणवी बोलनी भी सिखाई। जारी प्रोमो वीडियो में दिख रहा है कि नीरज के आगमन से अमिताभ बेहत खुश हैं और साथ ही हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं।
नीरज ने अमिताभ बच्चन को उनकी फिल्म जंजीर का एक डॉयलॉग हरियाणवी में सिखाया। नीरज ने अमिताभ के सुप्रसिद्ध डॉयलॉग को का हरियाणवी में बोला... ये थारे बाप का घर कोनी, थाणा है, सीधा खड़ा रह। ये सुनते ही अमिताभ खिलखिला उठे। इसके बाइ अमिताभ बच्चन ने भी इसे दोहराया। वहीं केबीसी के शो में नीरज के पहुंचने के बाद वंदे मातरम के नारों से केबीसी का मंच गूंज उठा था। नीरज केबीसी में अपनी स्टोरी भी बताने वाले हैं। हालांकि वीडियो में हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश अपने संघर्ष की कहनी बताते हुए दिख रहे हैं।
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केबीसी में गूंजी हरियाणवी: नीरज चोपड़ा ने अमिताभ को सिखाया- ये थारे बाप का घर कोनी, थाणा है..सीधा खड़ा रह
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पानीपत (हरियाणा)
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Tue, 14 Sep 2021 12:41 PM IST
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केबीसी में नीरज चोपड़ा।
- फोटो : अमर उजाला

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अपने माता-पिता के साथ नीरज चोपड़ा।
- फोटो : twitter @Neeraj_chopra1
माता-पिता को फ्लाइट में बैठाकर किया सपना पूरा
टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा का एक और सपना पूरा हो गया है। दरअसल नीरज का सपना था कि वे अपने माता-पिता को फ्लाइट में बैठाएं। अब इस गोल्डन ब्वॉय की हसरत पूरी हो गई है। ट्विटर पर नीरज ने लिखा कि आज जिंदगी का एक सपना पूरा हुआ जब अपने मां-पापा को पहली बार फ्लाइट पर बैठा पाया। सभी की दुआ और आशीर्वाद के लिए हमेशा आभारी रहूंगा।
टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा का एक और सपना पूरा हो गया है। दरअसल नीरज का सपना था कि वे अपने माता-पिता को फ्लाइट में बैठाएं। अब इस गोल्डन ब्वॉय की हसरत पूरी हो गई है। ट्विटर पर नीरज ने लिखा कि आज जिंदगी का एक सपना पूरा हुआ जब अपने मां-पापा को पहली बार फ्लाइट पर बैठा पाया। सभी की दुआ और आशीर्वाद के लिए हमेशा आभारी रहूंगा।
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नीरज चोपड़ा का लंबे बालों वाला लुक
- फोटो : Instagram/Neeraj Chopra
एथलेटिक्स में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय हैं नीरज चोपड़ा
टोक्यो में आयोजित ओलंपिक खेलों में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में देश को गोल्ड मेडल दिलाया था। वह ओलंपिक में एथलेटिक्स में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय भी बने। टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतनने के बाद नीरज चोपड़ा की ब्रांड वेल्यू में 10 गुना का इजाफा हुआ है।
टोक्यो में आयोजित ओलंपिक खेलों में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में देश को गोल्ड मेडल दिलाया था। वह ओलंपिक में एथलेटिक्स में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय भी बने। टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतनने के बाद नीरज चोपड़ा की ब्रांड वेल्यू में 10 गुना का इजाफा हुआ है।

नीरज चोपड़ा अपने माता-पिता के साथ
- फोटो : PTI
कामयाबी दिमाग में मत चढ़ने दो
ओलंपिक में गोल्ड जीतने के बाद नीरज चोपड़ा ने खास बातचीत मेंं कहा था कि मैं अपने युवा दोस्तों से खास बातें करना चाहता हूं। ओलंपिक मेंं जो इतिहास बना, उस पर पूरे देश को गर्व है। होना भी चाहिए। लेकिन, यह तो सफर की शुरुआत है। मेरे जैसा एक साधारण परिवार का लड़का पूरे देश का चहेता बन गया है। कामयाबी से विनम्रता-कृतज्ञता व जिम्मेदारी आती है। कामयाबी को कभी दिमाग मेंं मत चढ़ने दो। मैं भी कोशिश कर रहा हूं कि ग्लैमर से बचा रहूं।
ओलंपिक में गोल्ड जीतने के बाद नीरज चोपड़ा ने खास बातचीत मेंं कहा था कि मैं अपने युवा दोस्तों से खास बातें करना चाहता हूं। ओलंपिक मेंं जो इतिहास बना, उस पर पूरे देश को गर्व है। होना भी चाहिए। लेकिन, यह तो सफर की शुरुआत है। मेरे जैसा एक साधारण परिवार का लड़का पूरे देश का चहेता बन गया है। कामयाबी से विनम्रता-कृतज्ञता व जिम्मेदारी आती है। कामयाबी को कभी दिमाग मेंं मत चढ़ने दो। मैं भी कोशिश कर रहा हूं कि ग्लैमर से बचा रहूं।
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नीरज चोपड़ा ने भाला 36 डिग्री कोण पर कैसे फेंका, अब खेल-खेल में समझेंगे बच्चे
टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले नीरज चोपड़ा ने भाला 36 डिग्री कोण पर कैसे और क्यों फेंका, इसे अब स्कूलों में बच्चे खेल-खेल में समझेंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बच्चों व शिक्षकों में रचनात्मक सोच व वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद के लिए एकलव्य सीरीज को शुरू किया है। आईआईटी गांधीनगर के सहयोग से शुरू किया गया यह एक इंटरैक्टिव ऑनलाइन शैक्षिक कार्यक्रम है। इसमें उन्हें गतिविधियों, प्रोजेक्ट, वीडियो के माध्यम से काफी कुछ सीखने का अवसर मिलेगा।
टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले नीरज चोपड़ा ने भाला 36 डिग्री कोण पर कैसे और क्यों फेंका, इसे अब स्कूलों में बच्चे खेल-खेल में समझेंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बच्चों व शिक्षकों में रचनात्मक सोच व वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद के लिए एकलव्य सीरीज को शुरू किया है। आईआईटी गांधीनगर के सहयोग से शुरू किया गया यह एक इंटरैक्टिव ऑनलाइन शैक्षिक कार्यक्रम है। इसमें उन्हें गतिविधियों, प्रोजेक्ट, वीडियो के माध्यम से काफी कुछ सीखने का अवसर मिलेगा।