हाथों में विश्वविद्यालय से मिला प्रमाणपत्र और चेहरे पर विजयी मुस्कान। रुहेलखंड विश्वविद्यालय के अटल सभागार में सोमवार को आयोजित 22वें दीक्षांत समारोह के मौके पर सम्मानित मेधावी कुछ इसी अंदाज में दिखे। राज्यपाल ने इन मेधावियों को 38 मिनट तक संबोधित किया। शोध उपाधि और स्वर्ण पदक पाकर मेधावियों के चेहरे खिल उठे। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण 587 कॉलेजों में देखा गया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में सर्वप्रथम पीएम उषा योजना के तहत मिले 100 करोड़ रुपये से परिसर में इंटरनेशनल ट्रांजिट हॉस्टल, डिजिटल लर्निंग हब व इन्क्यूबेटिंग पायलट प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय: मेधावियों को मिला पदकों का उपहार, शब्दों की ऊर्जा; तस्वीरों में देखिए मेधा का उत्सव
विश्वविद्यालय की वार्षिक पुस्तक प्रस्तुति के बाद आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं को किट वितरित की गई। कहानी-भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्यपाल ने प्रशस्तिपत्र दिया। पंडित दीनानाथ मि़श्रा स्कूल को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी व तीन किताबों का विमोचन किया। 36 विद्यार्थियों को स्कूल बैग व आठ स्कूलों के प्रधानाचार्यों को पुस्तकें दी गईं। अपराह्न 2:36 बजे राज्यपाल ने आधिकारिक रूप से समारोह समापन की घोषणा की।
छात्राओं का पंजीकरण हुआ दोगुना
विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि आज के परिवेश में यह जरूरी है कि हम आजीविका कौशल के साथ-साथ विचार और व्यवहार में मानवीय मूल्यों की स्थापना करें। प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में लड़कियों की बढ़ती संख्या का यह रुझान स्कूल स्तर पर भी दिखाई दे रहा है। पिछले तीन दशकों में यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा के लिए पंजीकरण कराने वाली लड़कियों की संख्या दोगुनी हो गई है। प्रदेश के कॉलेजों, विवि में छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक हो गई है। इसके पीछे शिक्षा के प्रति बढ़ी जागरूकता है।
युवाओं को अब देश में ही मिल रहा अच्छा पैकेज
मुख्य अतिथि बीआर अंबेडकर एनआईटी जालंधर (पंजाब) के निदेशक प्रो. विनोद कुमार कन्नौजिया ने कहा कि विवि के पूर्व छात्र झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, प्रसिद्ध क्रिकेटर मोहम्मद शमी, प्रख्यात अभिनेता राजपाल यादव की उपलब्धियां गौरवान्वित करने वाली हैं। एआई, ऑटोमेशन और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकें उद्योगों और समाज को आकार दे रही हैं।