UP: वैध जमीन पर बनाया था अवैध शोरूम... बीडीए ने किया ध्वस्त; भूखंड-भवन खरीदने से पहले जरूर पता करें ये बातें
बरेली में मोहम्मद आरिफ को वैध जमीन पर अवैध तरीके से तीन मंजिला शोरूम बनाना भारी पड़ गया। इस शोरूम को बीडीए ने रविवार को जमींदोज कर दिया। बीडीए ने लोगों को आगाह किया है कि भविष्य में किसी भी परेशानी से बचने के लिए भवन/भूखंड खरीदने से पहले उसके मानचित्र स्वीकृति की जानकारी प्राधिकरण से जरूर कर लें।
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बरेली में पीलीभीत बाइपास स्थित फ्लोरा गार्डेन परिसर में वैध जमीन पर मोहम्मद आरिफ ने तीन मंजिला अवैध शोरूम बना रखा था। जिसे बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने रविवार को पूरी तरह जमींदोज कर दिया। बीडीए के संयुक्त सचिव दीपक कुमार ने बताया कि भवन बनाने से पहले उसने प्राधिकरण से नक्शा पास नहीं कराया था। इस लिहाज से इमारत अवैध थी। जगतपुर मार्ग पर अवैध जमीन पर आरिफ ने नक्शा पास कराए बिना 16 दुकानों की दो मंजिला मार्केट खड़ी की थी। इसी कारण दोनों व्यावसायिक भवनों को ध्वस्त कराया गया। दोनों भवनों को गिराने के लिए दो दिन तक कार्रवाई चली।
संयुक्त सचिव ने बताया कि जगतपुर मार्ग पर बनी दो मंजिला मार्केट के विरुद्ध बीडीए ने वाद दाखिल किया था। इसमें विपक्षी को सुनवाई का अवसर दिया गया। इसके बाद 30 जुलाई 2024 को ध्वस्तीकरण आदेश पारित किया गया था। मोहम्मद आरिफ ने फ्लोरा गार्डन के पड़ोस में प्राधिकरण की स्वीकृति के बिना बेसमेंट, भूतल एवं प्रथम तल का निर्माण कराया था। इस मामले में भी बीडीए ने नगर योजना एवं विकास अधिनियम के तहत वाद दाखिल किया था। सुनवाई का पर्याप्त मौका दिए जाने के बावजूद वह अपना पक्ष नहीं रखने आया। इस पर उसे 20 फरवरी 2022 को ध्वस्तीकरण आदेश पारित हुआ था।
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अवैध संपत्तियों की खरीदारी से बचें : बीडीए
बीडीए के संयुक्त सचिव ने बताया कि उप्र नगर योजना एवं विकास अधिनियम में प्रावधान है कि किसी भी निर्माण या प्लॉटिंग से पूर्व बीडीए से नक्शा स्वीकृत कराना अनिवार्य है। इसके बिना प्लॉटिंग करना या भवन निर्माण कराना अवैध है। बीडीए ऐसे निर्माण को ध्वस्त करने में सक्षम है। भविष्य में किसी भी परेशानी से बचने के लिए भवन/भूखंड खरीदने से पहले उसके मानचित्र स्वीकृति की जानकारी प्राधिकरण से जरूर कर लें। नक्शा स्वीकृत न होने की स्थिति में संपत्ति की खरीदारी से बचें।
आरिफ के ढहते रसूख को देखते रहे पड़ोसी
जगतपुर मार्ग पर दो मंजिला मार्केट हो या पीलीभीत बाइपास का तीन मंजिला शोरूम... सब मिट्टी में मिल गया। आरिफ से खौफजदा पड़ोसी कुछ बोलने के बजाय चुपचाप उसके ढहते वजूद को निहारते रहे। कुरेदने पर भी लोग बोलने से कतराते रहे। कैमरा बंद करने पर एक-दो लोगों ने जुबान खोली। बताया कि अधिकारी हो या कोई और, आरिफ रुपये के दम पर सबको खरीद लेता था। जो जमीन पसंद आ जाती थी, वह उसे हर कीमत पर हथिया लेता था। भूस्वामी के तैयार नहीं होने पर वह दबंगई भी करता था।
औने-पौने दामों पर खरीदी थीं जमीनें
पड़ोसियों ने बताया कि औने-पौने दाम पर वह जमीनें खरीदता था। जितनी जमीन वह खरीदता था, वहां उससे ज्यादा अवैध कब्जा कर लेता था। प्रेमनगर इलाके के अनिल कुमार बीडीए की कार्रवाई देखने आरिफ के शोरूम के पास आए थे। उन्होंने बताया कि आरिफ का रुतबा धराशाई होते देखकर बहुत खुशी हो रही है। उसने जहां भी कॉलोनी बसाई, वहां उसका आतंक रहा है। केवल जगतपुर और आसपास ही नहीं, बल्कि शहर के अधिकतर क्षेत्रों में आज भी उसकी दहशत है।
छावनी बना रहा इलाका
शोरूम को ढहाने के लिए रविवार को अवकाश के बावजूद बीडीए के अधिकारी-कर्मचारी सुबह नौ बजे दफ्तर पहुंच गए थे। फिर पूरी तैयारी के साथ टीम सुबह 11 बजे शोरूम पहुंची। साथ में एक पोकलेन और बुलडोजर भी था। सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव और बारादरी थानाध्यक्ष भी पुलिस-पीएसी बल के साथ मौके पर पहुंच गए। मजिस्ट्रेट रामजनम यादव भी आ गए।
बिजली कटवाने व अधिकारियों से बातचीत के बाद दोपहर 12 बजे से तोड़फोड़ शुरू हुई। दोपहर एक बजे एडीएम सिटी सौरभ दुबे, एसपी सिटी मानुष पारीक और सिटी मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री भी मौके पर पहुंचे। बीडीए के संयुक्त सचिव दीपक कुमार, एसडीएम अजीत सिंह, सहायक अभियंता धर्मवीर सिंह चौहान पूरी कार्रवाई के दौरान मौके पर डटे रहे। अधिकारी व पुलिसकर्मी भीड़ को खदेड़ते रहे। एहतियातन गार्डन सिटी के प्रवेश द्वार को भी बंद करा दिया था।