उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में जिला पंचायत सदस्य और भाजपा नेत्री श्वेता सिंह गौर की मौत मामले में भाजपा की भूमिका अजीबोगरीब है। भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने और महिला मोर्चा की पदाधिकारी के साथ पार्टी के हर कार्यक्रम में सक्रिय भूमिका निभाती रहीं श्वेता के लिए भाजपा खुलकर पैरवी से परहेज कर रही है। हाल ही में प्रदेश और केंद्र के कई मंत्रियों का बांदा में कई दिन प्रवास रहा। लेकिन किसी ने श्वेता के घर जाकर सदमें में डूबीं उनकी मासूम बेटियों के सिर पर हमदर्दी का हाथ नहीं रखा।
स्थानीय भाजपा नेता भी हमदर्दी और पैरवी की औपचारिकता में ही सिमट गए। श्वेता की मौत के आरोपी पति दीपक गौर जेल में हैं। वह भी भाजपा नेता हैं। श्वेता सिंह गौर इंदिरा नगर स्थित अपने आवास पर 27 अप्रैल को फांसी लगा ली थी। वायरल हुए तमाम वीडियो और श्वेता की बेटियों तथा पिता व भाई ने श्वेता की मौत का जिम्मेदार उसके पति दीपक सिंह गौर को बताया।
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पति और दो बेटियों के साथ श्वेता सिंह गौर
- फोटो : अमर उजाला
साथ ही रिटायर्ड डीआईजी ससुर और सास को भी इसमें शामिल करते हुए चारों के विरुद्ध हत्या और दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पति दीपक को जेल भेज दिया गया है। इस चर्चित प्रकरण में भाजपा की भूमिका को लेकर चर्चाएं हैं। श्वेता और उसके पति दोनों ही भाजपा नेता होने के बावजूद भाजपा इस पर खुलकर कोई पैरवी या कदम उठाने से परहेज कर रही है। जो भी हो रहा है, मात्र रस्म अदायगी तक सिमटा है।
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बड़ी राजनैतिक हस्तियों के साथ श्वेता सिंह गौर
- फोटो : अमर उजाला
हाल ही में प्रदेश सरकार के तीन और केंद्र सरकार की एक मंत्री का बांदा में कार्यक्रम था। प्रदेश के मंत्री यहां कई दिन प्रवास में रहे। लेकिन किसी भी मंत्री ने श्वेता के घर जाकर बेटियों और उसके अन्य परिजनों से मिलकर सांत्वना देने की जहमत गवारा नहीं की। स्थानीय भाजपा नेताओं की टीम घटना वाले दिन ही जिलाध्यक्ष की अगुवाई में श्वेता के आवास गई थी। भाजपा कार्यालय में श्वेता के लिए विशेष शोक सभा आदि नहीं हुई। भाजपा के इस रुख को लेकर सियासी गलियारों में तरह तरह की चर्चाएं हैं।
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श्वेता का पति दीपक सिंह गिरफ्तार
- फोटो : अमर उजाला
उधर, इस बारे में भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी ने बताया कि घटना के बाद उसी दिन जिलाध्यक्ष संजय सिंह, जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष जगराम सिंह, रामसुफल सिंह, राजेश सिंह आदि भाजपा नेता श्वेता के घर पहुंचे थे और परिजनों से मिलकर शोक संवेदना जताई थी। मीडिया प्रभारी ने कहा कि पति-पत्नी के बीच विवादित मामला है। इसलिए इसमें पार्टी स्तर पर ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि श्वेता के परिजन चित्रकूटधाम मंडल प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह से मिले थे। इसके अलावा हाल ही भाजपा के प्रशिक्षण कार्यशाला में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की मौजूदगी में प्रशिक्षण के अंतिम दिन श्वेता गौर को श्रद्धांजलि दी गई थी।
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भाजपा नेता श्वेता सिंह की मौत का मामला, बेटी ने हाथ जोड़कर मांगा न्याय
- फोटो : अमर उजाला
जिला पंचायत बोर्ड की भी बेरुखी
अपनी पार्टी नेत्री श्वेता सिंह गौर के बारे में भाजपा का रुख तो जो रहा वो रहा, लेकिन जिला पंचायत बोर्ड ने भी बड़ी बेरुखी दिखाई। श्वेता जसपुरा क्षेत्र के वार्ड-12 से भाजपा के टिकट पर जिला पंचायत सदस्य चुनीं गईं थीं। जिला पंचायत बोर्ड में भाजपा का बहुमत है और अध्यक्ष भी भाजपा के हैं। श्वेता की मृत्यु को आठ दिन बीत गए है, लेकिन जिला पंचायत बोर्ड आज तक उनके लिए शोक सभा नहीं कर सका। जबकि इस दौरान भाजपा के कार्यक्रम प्रशिक्षण आदि लगातार चलते रहे। मंत्री और प्रदेश पदाधिकारी में इसमें शरीक रहे।
इस बाबत में भाजपा के मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी ने जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल के हवाले से बताया कि घटना वाले दिन जिला पंचायत में शोक सभा हुई थी। जिसमें विभागीय अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे। बोर्ड की बैठक में भी श्रद्धांजलि दी जाएगी।