उत्तर प्रदेश के कानपुर में नवविवाहिता इंजीनियर बहू आरजू गुप्ता की हत्या के मामले में मायके पक्ष ने खुल कर बातें सामने रखना शुरू कर दिया है। मायके पक्ष ने उन पर शादी तय होने के बाद पैसों की मांग का आरोप लगाया है।
सीओ गोविंदनगर विकास पांडेय के अनुसार फॉरेंसिक की फाइनल रिपोर्ट सोमवार तक मिलने के बाद आगे कार्रवाई होगी। पति अमनदीप को जेल भेजा जा चुका है। आरजू के फूफा श्याम बडेरिया ने बताया कि ससुरालीजनों ने शादी तय करते वक्त कोई डिमांड नहीं की थी।
जब शादी की तारीख नजदीक आने लगी तो पैसों की डिमांड शुरू कर दी। इसी के चलते बिना पैसों की तय शादी में मायके पक्ष के 28 लाख रुपये खर्च हो गए। उनका आरोप है कि लड़के पक्ष ने बेटे की पढ़ाई में खर्च हुई रकम का हवाला देते हुए तिलक में 11 लाख रुपयों की मांग की थी, जो उन्हें दे भी दिया गया था।
इसके बाद भी छोटी-छोटी मांगों को लेकर उन्होंने मुंह बनाना शुरू कर दिया था। फूफा के अनुसार 18 दिसंबर के बाद से आरजू अपनी मां से कुछ बातें शेयर करना चाहती थी। वह कुछ गुमसुम थी।
मां ने कई बार पूछा लेकिन आरजू ने मायके शहडोल आकर बताने की बात बोल कर टाल दिया था। शहडोल आने से पहले ही उसकी हत्या कर दी गई, जिससे उसके मन की बात मन में ही दफन रह गई।