अभिषेक हत्याकांड: पूर्व महामंडलेश्वर को रिश्तों में दूरी न हुई थी सहन... रहने लगा था अलग, साझेदारी भी नहीं की
रोरावर के खेरेश्वर चौराहा पर 26 सितंबर को हुए हत्याकांड में 38वें दिन चार्जशीट दायर करने के बाद पुलिस ने अब जल्द ट्रायल शुरू कराने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं। 33 पेज की चार्जशीट में स्पष्ट उल्लेख है कि अभिषेक से करीबी रिश्तों में पूर्व महामंडलेश्वर पूजा शकुन पांडेय दूरी सहन नहीं कर सकी।
                            विस्तार
बहुचर्चित बाइक शोरूम संचालक अभिषेक गुप्ता हत्याकांड में पूजा शकुन-अशोक पांडेय दंपती सहित दोनों शूटरों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है। 33 पेज की चार्जशीट में स्पष्ट उल्लेख है कि अभिषेक से करीबी रिश्तों में पूर्व महामंडलेश्वर पूजा शकुन पांडेय दूरी सहन नहीं कर सकी। साथ में अभिषेक अलग रहने लगा और बाइक शोरूम में साझेदारी को राजी नहीं हुआ। इसीलिए पांडेय दंपती ने शूटरों से हत्या करा दी। रोरावर के खेरेश्वर चौराहा पर 26 सितंबर को हुए हत्याकांड में 38वें दिन चार्जशीट दायर करने के बाद पुलिस ने अब जल्द ट्रायल शुरू कराने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं।
मूल रूप से हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र के कस्बा कचौरा के अभिषेक गुप्ता की हत्या देर शाम करीब 9 बजे उस समय की गई, जब वे अपने पिता व चचेरे भाई संग खेरेश्वर से गांव जाने के लिए बस में सवार हो रहे थे। हत्याकांड का आरोप उस समय महामंडलेश्वर व अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय व उनके पति महासभा के प्रवक्ता अशोक पांडेय पर लगा।
मुकदमे में कहा गया कि इन दोनों ने व्यापारिक साझेदारी न करने की रंजिश में शूटरों को सुपारी देकर हत्या कराई है। पुलिस ने क्रमवार अशोक पांडेय, शूटर फजल, आसिफ व पूजा शकुन को जेल भेजा था। इसी बीच मुकदमे में नाम आने के चलते पूजा से महामंडलेश्वर का पद छीना गया।
ये पाया गया विवेचना में
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                जांच के आधार पर पुलिस ने पाया कि पूजा का मायका अभिषेक के गांव में है। दोनों परिवारों में कभी अच्छे रिश्ते थे। परिवार ने अभिषेक को पूजा के घर पढ़ने भेजा था। तभी से वे उससे रुपये ऐंठने लगे। बाद में अभिषेक का पूजा से बेहद करीबी रिश्ता हो गया। जिसके चलते उसने खुद शादी तक नहीं की। परिवार ने अभिषेक के छोटे भाई की शादी कर दी। इस बीच काफी रुपये भी दोनों ने ऐंठ लिए। बाद में दोनों के बीच कुछ ऐसी बात हुई, जिसके चलते अभिषेक ने दूरी बना ली।
अलग होने के बाद जब अभिषेक ने खुद का शोरूम खोला तो उसमें पूजा को साझेदार करने का प्रस्ताव ठुकरा दिया। इसके बाद वे उसके खिलाफ शिकायतें करने व उसके फंसाने की साजिश रचने लगे। जब बात नहीं बनी तो इसी खुन्नस में अपने यहां काम करने वाले मिस्त्री व उसके सहयोगी को तीन लाख रुपये की सुपारी देकर ये हत्या कराई गई। यही तथ्य चार्जशीट में उजागर किए गए हैं।
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                 
ये साक्ष्य शामिल किए गए
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                जांच में पुलिस ने अभिषेक के परिवार के आरोप, पांडेय दंपती व शूटरों की मोबाइल सीडीआर, सीसीटीवी फुटेज, घटना से एक माह पहले सभी की एक जगह की लोकेशन, पूजा-अभिषेक के कॉल रिकॉर्ड, आखिरी बार अभिषेक द्वारा पूजा का वीडियो व व्हाट्सएप कॉल पर फोन न रिसीव करने का रिकॉर्ड, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, पकड़े गए शूटरों के बयान, करीब 28 गवाहों के बयान आदि साक्ष्य शामिल किए हैं।
-अभिषेक गुप्ता हत्याकांड में हत्या कराने वाले पांडेय दंपती व हत्या करने वाले दोनों शूटरों पर चार्जशीट दायर कर दी गई है। जिसमें करीबी रिश्तों में दूरी बनने व रुपयों के विवाद के साथ-साथ अब व्यापारिक साझेदारी न करने की खुन्नस में हत्या कराया जाना जांच व साक्ष्यों से आधार बना है। अब जल्द मुकदमे का ट्रायल शुरू कराने का प्रयास होगा। -मयंक पाठक, एएसपी, सीओ प्रथम
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                                                -38वें दिन वारदात के बाद चार्जशीट दायर की गई है
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                -33 पेज की चार्जशीट में जोड़ी गईं हत्या की कड़ियां
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                -28 से अधिक गवाह इस चार्जशीट में बनाए गए हैं
कब क्या-क्या हुआ-
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                -26 सितंबर की देर शाम हुआ हत्याकांड
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                -उसी शाम अशोक पांडेय हिरासत में लिया
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                -28 सितंबर को अशोक पांडेय जेल भेजा
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                -1 अक्तूबर को पहला शूटर जेल भेजा गया
-3 अक्तूबर को दूसरा शूटर जेल भेजा गया
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                -3 अक्तूबर को ही पूजा पर इनाम घोषित
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                -4 अक्तूबर को पूजा से महामंडलेश्वर पद हटा
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                
                                                                                                                                 
                                                -11 अक्तूबर को पूजा शकुन भी पकड़ी गई