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अतुल्य भारत का पर्याय बनेगा कुंभ
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद
Updated Tue, 10 Apr 2018 01:08 AM IST
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अतुल्य भारत के प्रचार-प्रसार के केंद्र में कुंभ होगा। इसके लिए भारत सरकार को पत्र लिखा गया है। इसके आगे की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। कुंभ की भव्यता बताने के लिए डाक्यूमेंटरी बनाने तथा अन्य प्रचार माध्यमों का प्रारूप तैयार करने की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी गई है। इसका खाका तैयार करने के लिए सलाहकारों की नियुक्ति तथा उनकी तैनाती की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। ‘एक बार कुंभ नगरी तो आइए’ का स्लोगन जल्द ही हर तरफ सुनाई देगा।
प्रयाग ही नहीं कुंभ को पूरी दुनिया का आयोजन बनाने की कवायद शुरू है। इसी क्रम में भारतीय संस्कृति की झलक दिखाने के लिए पूरी दुनिया के लोगों को कुंभ में आमंत्रित किया गया है। वर्ष के अंत में बसने वाली कुंभ नगरी में उसी के अनुरूप सुविधा तथा भव्यता देने के लिए तैयारी भी अभी से शुरू है। अब कुंभ को अतुल्य भारत स्लोगन का पर्याय बनाकर इसके प्रचार-प्रसार की तैयारी है। इसके अंतर्गत कुंभ को केंद्र में रखकर अतुल्य भारत का एक अलग घटक बनाने का निर्णय लिया गया है। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि प्रमुख सचिव पर्यटन की अध्यक्षता में र्हु बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जा गया है। आगे की प्रक्रिया भी शुरू है।
0 कुंभ-2019 में विदेशियों को हर सुविधा देने की कवायद की जा रही है। इसमें विशेष टूर पैकेज भी शामिल हैं। इसके लिए भारत सरकार की संस्थाओं के अलावा ट्रवेल एजेंसियों से भी वार्ता की जाएगी।
वेबसाइट के साथ सोशल मीडिया पर कुंभ का प्रचार
कुंभ-2019 की सोशल मीडिया पर भी धूम होगी। इसके लिए सोशल मीडिया सेल के गठन का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत कुंभ की वेबसाइट इसी सप्ताह बन जाएगी। मोबाइल एप भी विकसित किया जा रहा है। इसी क्रम में कुंभ के प्रचार-प्रचार के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म बनाने की भी पहल की गई है। सोशल मीडिया सेल की एक टीम फेसबुक आदि प्लेटफार्म पर डाले जाने वाले पोस्ट का प्रारूप तैयार करेगी।
जहां-जहां जाएंगी ट्रेनें, वहां-वहां दिखेगा कुंभ
एनसीआर की ट्रेनें अब जिन-जिन गांवों-शहरों से गुजरेंगी, वहां-वहां कुंभ मेला दिखेगा। एनसीआर प्रशासन ने जोन की प्रमुख ट्रेनों के डिब्बों के बाहरी हिस्से में प्रयागराज कुंभ से जुड़ी तस्वीरें लगाने की तैयारी की है। पिछले दिनों रेलवे अफसरों की लखनऊ में कुंभ को लेकर हुई समीक्षा बैठक में ट्रेनों के जरिए ‘प्रयागराज कुंभ’ की ब्रांडिंग किए जाने की रूपरेखा तय हुई। इसके बाद प्रयागराज, श्रमशक्ति, संगम एक्सप्रेस समेत तमाम ट्रेनें कुंभ मेले से जुड़ी तस्वीरें एवं लोगो से सजी नहर आएंगी।
दरअसल वर्ष 2016 में उज्जैन में लगे सिंहस्थ कुंभ मेले के प्रचार-प्रसार के लिए शिवराज सरकार ने रेलवे की मदद ली थी। तब मध्य रेलवे ने अपनी कई ट्रेनों के बाहरी हिस्से में सिंहस्थ कुंभ से जुड़ी तमाम तस्वीरें लगाकर उसकी ब्रांडिंग की थी। इसी तर्ज पर सूबे की योगी सरकार ने भी प्रयागराज कुंभ की ब्रांडिंग के लिए रेलवे से संपर्क साधा है। पिछले सप्ताह इलाहाबाद में हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्रेनों और बसों में कुंभ के लोगो लगाने की बात कही। इसके पूर्व लखनऊ में हुई एक अन्य बैठक में भी कुंभ से जुड़ी तस्वीरें ट्रेनों में लगाने की बात कही गई थी। उस बैठक में एनसीआर इलाहाबाद मंडल के एडीआरएम एके द्विवेदी भी शरीक हुए थे। बैठक में एनसीआर और उत्तर रेलवे के अफसरों से कुंभ की ब्रांडिंग के लिए ट्रेनों में उससे जुड़ी तस्वीर और लोगो लगाने को कहा गया। इस बारे में इलाहाबाद मंडल के डीआरएम एसके पंकज का कहना है कि निश्चित ही कुंभ एक बड़ा आयोजन है। इसकी ब्रांडिंग भी होनी चाहिए। राज्य सरकार का रेलवे पूरा सहयोग कर रही है। प्रमुख ट्रेनों के बाहरी हिस्सों में कुंभ से जुड़ी तस्वीरें लगाई जाएंगी।

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प्रयाग ही नहीं कुंभ को पूरी दुनिया का आयोजन बनाने की कवायद शुरू है। इसी क्रम में भारतीय संस्कृति की झलक दिखाने के लिए पूरी दुनिया के लोगों को कुंभ में आमंत्रित किया गया है। वर्ष के अंत में बसने वाली कुंभ नगरी में उसी के अनुरूप सुविधा तथा भव्यता देने के लिए तैयारी भी अभी से शुरू है। अब कुंभ को अतुल्य भारत स्लोगन का पर्याय बनाकर इसके प्रचार-प्रसार की तैयारी है। इसके अंतर्गत कुंभ को केंद्र में रखकर अतुल्य भारत का एक अलग घटक बनाने का निर्णय लिया गया है। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि प्रमुख सचिव पर्यटन की अध्यक्षता में र्हु बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जा गया है। आगे की प्रक्रिया भी शुरू है।
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0 कुंभ-2019 में विदेशियों को हर सुविधा देने की कवायद की जा रही है। इसमें विशेष टूर पैकेज भी शामिल हैं। इसके लिए भारत सरकार की संस्थाओं के अलावा ट्रवेल एजेंसियों से भी वार्ता की जाएगी।
वेबसाइट के साथ सोशल मीडिया पर कुंभ का प्रचार
कुंभ-2019 की सोशल मीडिया पर भी धूम होगी। इसके लिए सोशल मीडिया सेल के गठन का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत कुंभ की वेबसाइट इसी सप्ताह बन जाएगी। मोबाइल एप भी विकसित किया जा रहा है। इसी क्रम में कुंभ के प्रचार-प्रचार के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म बनाने की भी पहल की गई है। सोशल मीडिया सेल की एक टीम फेसबुक आदि प्लेटफार्म पर डाले जाने वाले पोस्ट का प्रारूप तैयार करेगी।
जहां-जहां जाएंगी ट्रेनें, वहां-वहां दिखेगा कुंभ
एनसीआर की ट्रेनें अब जिन-जिन गांवों-शहरों से गुजरेंगी, वहां-वहां कुंभ मेला दिखेगा। एनसीआर प्रशासन ने जोन की प्रमुख ट्रेनों के डिब्बों के बाहरी हिस्से में प्रयागराज कुंभ से जुड़ी तस्वीरें लगाने की तैयारी की है। पिछले दिनों रेलवे अफसरों की लखनऊ में कुंभ को लेकर हुई समीक्षा बैठक में ट्रेनों के जरिए ‘प्रयागराज कुंभ’ की ब्रांडिंग किए जाने की रूपरेखा तय हुई। इसके बाद प्रयागराज, श्रमशक्ति, संगम एक्सप्रेस समेत तमाम ट्रेनें कुंभ मेले से जुड़ी तस्वीरें एवं लोगो से सजी नहर आएंगी।
दरअसल वर्ष 2016 में उज्जैन में लगे सिंहस्थ कुंभ मेले के प्रचार-प्रसार के लिए शिवराज सरकार ने रेलवे की मदद ली थी। तब मध्य रेलवे ने अपनी कई ट्रेनों के बाहरी हिस्से में सिंहस्थ कुंभ से जुड़ी तमाम तस्वीरें लगाकर उसकी ब्रांडिंग की थी। इसी तर्ज पर सूबे की योगी सरकार ने भी प्रयागराज कुंभ की ब्रांडिंग के लिए रेलवे से संपर्क साधा है। पिछले सप्ताह इलाहाबाद में हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्रेनों और बसों में कुंभ के लोगो लगाने की बात कही। इसके पूर्व लखनऊ में हुई एक अन्य बैठक में भी कुंभ से जुड़ी तस्वीरें ट्रेनों में लगाने की बात कही गई थी। उस बैठक में एनसीआर इलाहाबाद मंडल के एडीआरएम एके द्विवेदी भी शरीक हुए थे। बैठक में एनसीआर और उत्तर रेलवे के अफसरों से कुंभ की ब्रांडिंग के लिए ट्रेनों में उससे जुड़ी तस्वीर और लोगो लगाने को कहा गया। इस बारे में इलाहाबाद मंडल के डीआरएम एसके पंकज का कहना है कि निश्चित ही कुंभ एक बड़ा आयोजन है। इसकी ब्रांडिंग भी होनी चाहिए। राज्य सरकार का रेलवे पूरा सहयोग कर रही है। प्रमुख ट्रेनों के बाहरी हिस्सों में कुंभ से जुड़ी तस्वीरें लगाई जाएंगी।