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महंगाई की मार : खाद्य तेल के दाम में फिर तेजी, सरसों का तेल व रिफाइंड की बढ़ी कीमतें

अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज Published by: विनोद सिंह Updated Sat, 15 Oct 2022 05:14 AM IST
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सार

पिछलेे सप्ताह थोक बाजार में 15 लीटर रिफाइंड तेल की कीमत 1950 रुपये थी, जो अब बढ़कर 2125 रुपये पहुंच गई है। इसी तरह 15 किलो पॉमोलीन ऑयल का दाम 1580 से बढ़कर 1780 हो गया है। सरसों केतेल की बात करें तो थोक बाजार में 15 किलो सरसों का तेल 2300 से बढ़कर 2400 रुपये हो गया है। 

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महंगा
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विस्तार
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खाद्य तेलों की कीमतें एक बार फिर से बढ़ने लगी हैं। बीते चार-पांच माह के दौरान खाद्य तेल में गिरावट से अन्य सामग्रियों की कीमतों में कमी से महंगाई से जो राहत मिली थी, वह अब दूर होने लगी है। सप्ताह भर में ही सरसों का तेल, रिफाइंड आदि के दाम फुटकर में दस रुपये तक बढ़ गए हैं। बाजार के जानकारों का कहना है कि अभी दाम और बढ़ सकते हैं।

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पिछलेे सप्ताह थोक बाजार में 15 लीटर रिफाइंड तेल की कीमत 1950 रुपये थी, जो अब बढ़कर 2125 रुपये पहुंच गई है। इसी तरह 15 किलो पॉमोलीन ऑयल का दाम 1580 से बढ़कर 1780 हो गया है। सरसों के तेल की बात करें तो थोक बाजार में 15 किलो सरसों का तेल 2300 से बढ़कर 2400 रुपये हो गया है। 

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पर्व के पहले एकाएक खाद्य तेल के दाम में आई तेजी ने लोगों को परेशान कर दिया है। बाजार में वनस्पति घी का रेट भी 1530 से बढ़कर 1630 रुपये में 15 किलो हो गया है। होली से नवरात्रि के बीच प्रयागराज के फुटकर बाजार में सरसों के तेल के दाम 30 से 35 रुपये प्रति लीटर घटे थे, जबकि रिफाइंड में 35 से 40 रुपये की कमी आई थी। खाद्य तेल की बढ़ी कीमतों को लेकर इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश केसरवानी का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की आवक के आधार पर मूल्य भी उसी अनुसार तय होता है। 

सरकार ने महंगाई को काबू में करने के लिए पाम ऑयल और सोयाबीन ऑयल पर लगने वाले सीमा शुल्क में कटौती शून्य कर दी है। इसका सीधा फायदा आम उपभोक्ताओं को सस्ते खाद्य तेल के रूप में मिल रहा था, इससे खाद्य तेलों की कीमतों में कमी आई थी। उन्होंने बताया कि बीते कुछ वर्ष से रिफाइंड, खाद्य तेल आदि में कुछ नामी कंपनियों का वर्चस्व हो गया है। कंपनियों द्वारा दाम बढ़ाने एवं त्योहारी सीजन में मांग अधिक होने और आवक कम हो जाने से कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है।

फुटकर में एक बार फिर से 160 पर पहुंचा रिफाइंड
बीते कुछ माह से 150 रुपये लीटर में मिल रहे रिफाइंड का दाम 160 रुपये एक बार फिर से हो गया है। सरसों केतेल की कीमत भी 155 से बढ़कर 160-165 रुपये किलो हो गई है। फुटकर कारोबारी प्रमिल केसरवानी ने बताया कि थोक में दाम बढ़ने की वजह से ही फुटकर में दाम बढ़ा है। कहा कि पाम ऑयल 120- 125 रुपये प्रति लीटर का भाव था, जो अब 130-145 रुपये प्रति लीटर हो गया है।

अरहर दाल की तेजी ने भी किया परेशान
खाद्य तेल की बढ़ती कीमतों के साथ अरहर दाल के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं। फुटकर बाजार में अरहर दाल का दाम 120 रुपये हो गया है, जबकि तीन माह पूर्व बाजार में अरहर दाल 105 रुपये किलो में ही उपलब्ध थी। फुटकर कारोबारी बसंत  यादव ने बताया कि अरहर के साथ ही खुला आटा, देशी घी आदि के दाम भी बढ़े हैं। एक नामी ब्रांडेड कंपनी का आटा 415 में दस किलो मिल रहा है। वहीं फुटकर में आटा का दाम 30 से 35 रुपये किलो हो गया है। आटा के  साथ ही अन्य दालों के दाम भी इस बीच बढ़े हैं।

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